गाजीपुर। इंडियन पब्लिक सर्विस फेडरेशन के आह्वान पर छः सूत्रीय मांगों को लेकर गुरुवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने विकास भवन समाभार में प्रदर्शन किया। महंगाई भत्ता बहाल करने के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, वित्तमंत्री, कैबिनेट सचिव और राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन मेल के माध्यम से प्रेषित किया। अध्यक्षता करते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार से परिषद मांग करता है कि महंगाई से त्रस्त कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की किस्तों का भुगतान माह जुलाई से किया जाए। एक देश, एक वेतन देने पर विचार किया जाए, कोरोना महामारी में लगे कर्मचारियों की मृत्यु पर 50 लाख का अनुग्रह राशि भुगतान शीघ्र ही उसके परिवार को किया जाए, क्योंकि बीमा कंपनी द्वारा टाल-मटोल किया जा रहा है। उनके आश्रित को नियमित नियुक्ति, पारिवारिक पेंशन का भुगतान किया जाए, रिक्त पदों पर भर्ती एवं पदोन्नति एक माह में कर दिया जाए, माह जून में सेवा निवृत्त हुए कर्मचारियों को माह जुलाई 2021 को लगने वाले वेतन वृद्धि जोड़कर पेंशन निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में प्रदेश सहित देश के कर्मचारयों द्वारा अपना एक दिन का वेतन सरकार को दिया गया है। अपने जान की परवाह किए बिना जन मानस की सेवा किए, लेकिन सरकार द्वारा कर्मचारियों को पुरस्कार की जगह अनेको भत्ता सहित मंहगाई भत्ता फ्रिज कर दिया गया था और केंद्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित किया गया था कि जुलाई 2021 से मंहगाई भत्ता बहाल किया जाएगा, लेकिन अब तक बहाल नहीं किया गया। इससे कर्मचारी सरकार के प्रति उदासीनता भरी निगाहों से देख रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य सलाहकार एस.पी. गिरी, मंडल अध्यक्ष डी.एस. राय, अरविंद कुमार सिंह, बालेन्द्र त्रिपाठी, जयप्रकाश सिंह, राकेश पांडेय, देवेंद्र मौर्य, अजीत विजेता, अभय सिंह, विनोद पांडेय, अनिल, संदीप शर्मा, अभिषेक, मदन लाल आदि उपस्थित रहे।