लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती मरीज को अब बेड पर ही दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी। लोहिया संस्थान प्रशासन ने हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) से मिलने वाली दवाएं अब उनके बेड पर ही उपलब्ध कराने का फैसला किया है। इसे व्यवहार में लाने के लिए जरूरी स्टाफ का आकलन किया जा रहा है। लोहिया संस्थान की नई निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने तीमारदारों की परेशानी को देखते हुए यह व्यवस्था शुरू करने की बात कही है। हाल ही में संस्थान में मरीजों के लिए सस्ती दर की दवाएं उपलब्ध कराने के लिए तीन काउंटर खोले गए हैं। संस्थान प्रशासन का दावा है कि इनकी कीमत 40 से 60 फीसदी तक कम हो सकती है। विभिन्न कंपनियों से करार होने की वजह से यह सस्ती दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। पहला काउंटर ओपीडी के मरीजों को दवाएं देने के लिए है। दूसरा काउंटर इमरजेंसी के मरीजों को दवाएं देने तथा तीसरे काउंटर पर सर्जरी वाले मरीजों को रियायती कीमत पर सर्जिकल सामान उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मरीजों की भीड़ को देखते हुए इनकी संख्या बढ़ाई जानी है। साथ ही भर्ती मरीजों को उनके बेड पर ही दवाएं उपलब्ध कराई जानी है। यह व्यवस्था लागू करने के लिए डॉक्टरों द्वारा लिखी गई दवाओं की पूरी डिटेल एक स्थान पर मंगाई जाएगी। इसके बाद उन दवाओं के पैकेट बनाकर संबंधित मरीज के पास भिजवा दिये जाएंगे।