गोरखपुर। सिंधी समाज की ओर से मनाए जाने वाले झूलेलाल महोत्सव के अंतर्गत 40 दिनों तक चलने वाले चालीसवां उत्सव की शुरुआत हो गई। इस अवसर पर समाज के लोगों ने लक्ष्मी सत्संग भवन जटाशंकर एवं गोरखनाथ स्थित चैतदीप पैलेस के अलावा अपने घर व विभिन्न मुहल्लों में भगवान झूलेलाल की प्रतिमा स्थापित कर महोत्सव का आगाज किया। सुबह में गुरु माता माया देवी व साईं रविदास के हाथों जटाशंकर स्थित लक्ष्मी सत्संग भवन में पूजा-पाठ का शुभारंभ हुआ। देवी दास ने मंत्रोच्चार के साथ अखंड ज्योत व कलश की स्थापना कराई। पूजन के बाद आरती हुई। इस अवसर पर खैराज दास, लक्ष्मण नारंग, रामचंद्र जुमनानी, ओम बुधवानी, विक्की कुकरेजा, देवा कारवानी, सुनील खट्टर, अमित जसलानी, दीपक लखमानी, विशाल बुधवानी, उमेश कलवानी, युवा सिंधी समाज के कमल मंझानी, ईश्वर दास लखमानी, माधव दास, सूरज हिरवानी, मनोज सचदेवा, विजय नेभानी, नंदलाल लखमानी आदि भक्तजनों ने अरदास कर पूज्य पल्लव साहब कोरोना महामारी से निजात के लिए प्रार्थना की। गोरखनाथ स्थित चैतदीप में पूज्य झूलेलाल के मुख्य पुजारी सुखदेव एलानी एवं कैलाश साधवानी ने विधि-विधान से कलश स्थापित कराया। इसके बाद अखंड ज्योत जलाई गई। सुबह में और शाम को आठ बजे आरती हुई। इस अवसर पर अर्जुन वालानी, पटेल एलानी, कैलाश, मनोज, राजा, अशोक जुमनानी, दास साधवानी, इंदु एलानी, लक्ष्मण नारंग, हरीश करमचंदानी, घनश्याम आहूजा आदि मौजूद रहे।