लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने गुरुवार को लखनऊ के लोक भवन में संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग ने मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर के अप्रोच व परकोटे के पुनर्विकास का प्रस्तुतीकरण किया। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने प्रस्तावित संस्कृति नीति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य के बहुमुखी विकास में संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण, संवर्धन, आर्थिक विकास, रोजगार के अवसरों में वृद्धि, सामाजिक विकास, संतुलित क्षेत्रीय विकास में संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका के दृष्टिगत संस्कृति विभाग द्वारा प्रस्तावित संस्कृति नीति की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने विंध्याचल के विंध्यावासिनी देवी मंदिर कांपलेक्स की एप्रोच और परकोटे के पुनर्विकास के संबंध में दिए गए प्रस्तुतीकरण का भी अवलोकन किया। बाद में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान पर पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, निदेशक संस्कृति एवं सूचना शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।