बरेली। रुहेलखंड विश्वविद्यालय स्नातक (यूजी) और परास्नातक (पीजी) प्रथम वर्ष के 1.78 लाख छात्र-छात्राओं का परिणाम जुलाई के अंत तक जारी करेगा। अगली कक्षा में प्रोन्नत होने वाले इन विद्यार्थियों का रिकॉर्ड तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कोरोना संक्रमण के चलते दो साल से पढ़ाई के साथ ही परीक्षाएं भी प्रभावित हो रही हैं। पिछले साल मुख्य परीक्षाएं कोरोना संक्रमण के चलते बीच में ही रोक दी गईं थीं। शासन के निर्देश पर औसत अंक देकर स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष और परास्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया गया था। इस वर्ष भी कोरोना संक्रमण के चलते स्नातक और परास्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का निर्णय लिया गया है। पिछली कक्षा में मिले अंकों के आधार पर स्नातक-परास्नातक प्रथम वर्ष के 1.78 लाख छात्र-छात्राओं को जुलाई के अंत तक प्रोन्नत करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। स्नातक द्वितीय, तृतीय वर्ष और परास्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षाएं कराई जा रही हैं। स्नातक-परास्नातक प्रथम वर्ष के 1.78 लाख विद्यार्थियों में सर्वाधिक 95 हजार बीए प्रथम वर्ष के हैं। इसके अलावा बीकॉम प्रथम वर्ष के 11 हजार और बीएससी प्रथम वर्ष के 25 हजार विद्यार्थी प्रोन्नत होंगे। परास्नातक में एमए प्रथम वर्ष के 28 हजार और एमकॉम प्रथम वर्ष के पांच हजार छात्र बिना परीक्षा दिए अगली कक्षा में प्रोन्नत होंगे। इनके परीक्षा परिणाम पर प्रोन्नत लिखा होगा।
स्नातक और परास्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों का परिणाम जुलाई में जारी करने का प्रयास है। इन्हें प्रोन्नत करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।