अलिगढ़। भगवान राम मंदिर आंदोलन के नायक के रूप में पहचान बनाने वाले सूबे के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन पर उनकी अंतिम विदाई और सम्मान में भाजपा संगठन व प्रदेश की सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी। खुद तीन दिन तक मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार में लगे रहे। पूरे सम्मान से अपने नेता को विदाई दिलाई। अब अंदरखाने प्रदेश में कल्याण सिंह की ‘कलश यात्रा की तैयारी’ शुरू हो गई है। रविवार की देर रात अहिल्याबाई होल्कर स्पोर्ट्स स्टेडियम से ही इसकी स्क्रिप्ट लिखी जाने लगी है। इसको अंतिम रूप देने के लिए सरकार, संगठन और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बीच समन्वय चल रहा है और संकेत हैं कि जल्द इसके लिए तारीख का एलान किया जा सकता है। भाजपा व संघ से जुड़े भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो रविवार को मुख्यमंत्री के स्टेडियम से सर्किट हाउस जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सर कार्यवाह कृष्णगोपाल दिल्ली से पहुंचे। इसी बीच संघ के ब्रज प्रांत प्रचारक हरीश रौतेला भी आए। इस दौरान विभाग प्रचारक जितेंद्र कुमार मौजूद रहे। संघ के इन शीर्ष पदाधिकारियों ने कल्याण सिंह के बेटे एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की और श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान कृष्णगोपाल ने राजू भैया से दस मिनट तक गुफ्तगू की और फिर वे सर्किट हाउस गए। जहां मुख्यमंत्री से वार्ता हुई। सूत्र बता रहे हैं कि इन मुलाकातों व बातचीत में कलश यात्रा का जिक्र हुआ है। अभी इस पर पार्टी हाईकमान व संघ के शीर्ष नेतृत्व की अंतिम मुहर लगेगी, इसके बाद ही कोई निर्णय सामने आएगा। अंदरखाने सुगबुगाहट है कि राम मंदिर आंदोलन के नायक के रूप में पहचाने जाने वाले कल्याण सिंह की कलश यात्रा राम मंदिर स्थापना से जोड़कर प्रदेश भर में निकाली जाएगी। इस दौरान कल्याण सिंह के प्रभाव वाले क्षेत्र पर विशेष फोकस रखने पर विचार चल रहा है। जिलाध्यक्ष चौ.ऋषिपाल सिंह का कहना है कि अभी इस विषय में पार्टी स्तर से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है, जो भी निर्देश प्राप्त होगा, उसके अनुसार काम किया जाएगा।