लखनऊ। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि कृषि क्षेत्र में कर्मचारियों की कमी दूर करने के लिए जल्दी ही 2,000 तकीनीकी सहायकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे वैज्ञानिकों द्वारा बताई जा रही सही तकनीक के प्रयोग से लागत घटाकर व विपणन व्यवस्था के जरिए उत्पाद बेचकर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही बृहस्पतिवार को ‘वैज्ञानिकों की बात किसानों के साथ’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित किया गया जिसमें प्रदेश के सभी जिलों के किसान जुड़े। यहां वैज्ञानिकों ने किसानों को उत्पादकता व आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कृषि मंत्री ने केंद्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी। अपर मुख्य सचिव कृषि डा. देवेश चतुर्वेदी ने विभागीय अधिकारियों को कृषि रसायनों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने किसानों से कहा कि वे कृषि रक्षा रसायन की खरीद करते समय विक्रेता से रसीद जरूर लें। उन्होंने किसानों से खेत में पराली न जलाने का भी आह्वान किया। उन्होंने पीएम किसान योजना के अंतर्गत किसानों से संबंधित डेटा की खामियां दूर करने के लिए पीएम किसान समाधान दिवस का आयोजन का भी निर्देश दिया। कार्यक्रम को निदेशक कृषि विवेक कुमार सिंह, निदेशक उद्यान आरके तोमर ने भी संबोधित किया।