कोलकाता। पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होना है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टक्कर देने के लिए भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल मैदान में उतरी हैं, लेकिन मतदान से पहले ही उन्हें पारदर्शी चुनाव नहीं होने का डर सताने लगा है। विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की भवानीपुर सीट से उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि भवानीपुर में चुनाव पारदर्शिता के साथ नहीं कराए जाएंगे, क्योंकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं करती वह हिंसा की राजनीति करती है। बता दें कि प्रियंका टिबरेवाल शनिवार को कोलकाता के कालीघाट मंदिर की यात्रा पर थीं, जहां उन्होंने देवी काली की पूजा की। आज यानी रविवार से प्रियंका टिबरेवाल चुनाव प्रचार शुरू करेंगी। कोलकाता के देवी काली मंदिर में पूजा अर्चना के बाद भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने चुनाव बाद हुई हिंसा की निंदा करते हुए सीएम ममता बनर्जी पर तंज कसा । भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि मैं यहां अन्याय से लोगों की सुरक्षा के लिए मां काली से प्रार्थना करने आई हूं। मेरी लड़ाई सत्ता में मौजूद उस पार्टी के खिलाफ है, जिसने जनता के खिलाफ अन्याय और हिंसा को बढ़ावा दिया है। भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रहीं प्रियंका टिबरेवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावती होकर 2014 में भाजपा में शामिल हुईं। उनके बारे में कहा जाता है कि वे प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित हैं और उन्हें राजनीति में अपना आदर्श मानती हैं। 2015 में प्रियंका टिबरेवाल भाजपा की टिकट से वार्ड संख्या 58 (एंटली) से कोलकाता नगर परिषद का चुनाव लड़ा था, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के स्वपन समदार से वह हार गईं थीं। भाजपा में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों को संभाला और अगस्त 2020 में उन्हें पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया।