हिमाचल प्रदेश। हिमाचल प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच सरकार ने महामारी से निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं। सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के तबादलों पर फिर रोक लगा दी है। डॉक्टरों, नर्सों की प्रतिनियुक्तियां भी रद्द कर दी गई हैं। मुख्य सचिव रामसुभग सिंह ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि तबादलों पर रोक लगा दें। उन्होंने जिला उपायुक्तों, मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपलों, सीएमओ को कोरोना महामारी के प्रति सतर्क रहने के निर्देश भी दिए हैं। हाल ही में हुई बैठक में मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य सचिव से कोरोना पर फीडबैक भी लिया। बताया गया कि ऑक्सीजन युक्त 11,000 बिस्तर तैयार कर लिए हैं। इनमें 1,080 आईसीयू बिस्तर शामिल हैं। कोरोना वार्ड में ऑक्सीजन लगाने और उतारने के लिए 1,400 स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। अक्टूबर व नवंबर में तीसरी लहर आने की आशंका है। तीसरी लहर में 60,000 लोगों के संक्रमित होने का अंदेशा है। इसको लेकर तैयारियां रखने को कहा गया है। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि हिमाचल में तरह-तरह के वैरिएंट आ गए हैं। प्रदेश में 18 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग गई है।