लखनऊ। आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्डधारक मरीजों को अब अस्पताल में लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। उनके लिए ओपीडी पंजीयन, लैब और दवा काउंटर की अलग से व्यवस्था की जाएगी। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने मंगलवार को ये निर्देश दिए। वह प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गोल्डन कार्डधारकों को वरीयता के आधार पर सुविधाएं दिलाई जाएं। बैठक में बताया गया कि बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, हाथरस, महोबा, सहारनपुर, अमेठी, हापुड़, कासगंज व पीलीभीत में सर्वाधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। 16 सितंबर से चल रहे अभियान में अब तक 3,19,161 नए कार्ड बनाए गए। अन्त्योदय के 40 लाख और निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों के 50 हजार कार्ड बनाए गए हैं। इस तरह 46 प्रतिशत लक्षित लाभार्थी परिवारों में आयुष्मान कार्ड बन चुका है। मुख्य सचिव ने मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्माण कार्य निर्धारित समयसारिणी के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिए। इसमें विलंब होने पर कार्यवाही की जाएगी और दोषी अधिकारियों का उत्तरदायित्व भी निर्धारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मशीनरी एवं मैनपावर बढ़ाकर बैकलॉग को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।