उत्तराखंड में चारों धामों को जोड़ने के लिए रेलवे करवा रहा है सर्वे
उत्तराखंड। जैसे-जैसे उत्तराखंड के चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं के दौरे शुरू हो गए हैं। वहीं पीएम मोदी भी नवरात्र के दौरान केदारनाथ धाम की यात्रा करने करने वाले हैं। हाल ही में रेल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश उत्तराखंड के चार धाम रेलवे प्रोजेक्ट का जायजा लेने उत्तराखंड पहुंची। रेल राज्य मंत्री ने अपने इस दौरे के दौरान कई अहम रेलवे प्रोजेक्ट्स का जायज़ा लिया और वे ऋषिकेश कर्णप्रयाग प्रोजेक्ट की साइट पर भी पहुंचीं। उन्होंने सुरंग और ब्रॉडगेज लाइन का चल रहा काम भी देखा। इस दौरान रेल राज्यमंत्री ने कहा, दूरदराज के गांवों को जोड़ने के लिए रेलवे सड़कें भी बनवा रहा है। चारधाम सर्किट को लेकर उन्होंने कहा कि इस सर्किट के रेल नेटवर्क के बारे में शुरुआती अध्ययन सकारात्मक रहे हैं। दरअसल भारतीय रेलवे ने उत्तराखंड के चार महत्वपूर्ण धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को रेल नेटवर्क से जोड़ने काम अपने हाथों में लिया है। अभी तक इस प्रोजेक्ट का इंजीनियरिंग सर्वे पूरा हो चुका हैं। इसकी रिपोर्ट भी दी जा चुकी हैं वहीं फिलहाल यहां फाइनल लोकेशन सर्वे चल रहा है। इसके तहत देखा जा रहा है कि यहां रेल नेटवर्क बिछाया जा सकता है या नहीं। चारधाम सर्किट पर मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ को रेल मार्ग से जोड़ने की दिशा में प्रयास चल रहे हैं। परियोजना की व्यवहारिता की विशेषताओं का पता लगाने के लिए सक्षम विशेषज्ञ सर्वेक्षण कार्य कर रहे हैं। उत्तराखंड में कई स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है। नई सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी हैं। इससे राज्य में आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को सुविधा होगी। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि इंजीनियरिंग सर्वेक्षण करके रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई है। प्रस्तावित रेल लाइन के लिए फाइनल लोकेशन का सर्वे चल रहा है। ऋषिकेश–कर्णप्रयाग शहरों के बीच नई ब्रॉडगेज रेल लाइन का प्रोजेक्ट उत्तराखंड के लिए काफी अहम बताया जाता है। यह रेल लिंक राज्य की तीर्थयात्राओं के लिहाज़ से इसलिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इससे समय और यात्रा व्यय दोनों में बचत होगी। साथ ही, इस प्रोजेक्ट से औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इस रेल लाइन से देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, गौचर और कर्णप्रयाग जैसे नगर जुड़ेंगे यानी देहरादून, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और चमोली पांच ज़िले कनेक्ट होंगे।