नई दिल्ली। वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन ने फिर से नई हरकत शुरू कर दी है। चीन की ओर से यहां पर सैनिकों की संख्या और हथियारों का जखीरा बढ़ाया जा रहा है। इधर भारत ने भी दो टूक शब्दों में जवाब दिया है कि हम हर चुनौती के लिए तैयार हैं। इस बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे का आज से लद्दाख दौरा शुरू हो रहा है। सेना प्रमुख नरवणे का लद्दाख दौरा दिन का है। एमएम नरवणे मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन तैयारियों की समीक्षा करेंगे और सियाचन में रहने वाले वीर जवानों से बातचीत करेंगे। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन की ओर से दबाव बनाए जाने के बीच थल सेना प्रमुख एमएम नरवणे का यह दौरा अहम माना जा रहा है। इससे पहले अप्रैल महीने में सेना प्रमुख मनोज नरवणे ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्रों का दौरा कर ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया था। इस दौरान सेना प्रमुख ने नरवणे ने सैनिकों से बात की और कठिन इलाकों, ऊंचाई और मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों में भी तैनाती के दौरान ऊंचे मनोबल बनाए रखने और देशभक्ति का जज्बा जगाए रखने के लिए सैनिकों की तारीफ की पिछले साल कोरोना महामारी के वक्त ही चीन ने पूर्वी लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कई जगह घुसपैठ की कोशिश की थी जिसके बाद दोनों देशों में हालात तनावपूर्ण हो गए थे। अप्रैल महीने के आखिर और मई की शुरुआत में चीन की पीएलए सेना ने गलवान घाटी में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर दी थी। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच फायरिंग और हिंसक-झड़पें भी हुई थीं। इसमें चीन के करीब 20 सैनिकों की मौत होने की खबर आई थी। हालांकि, कुछ भारतीय जवान भी शहीद हो गए थे।