तिहाड़ जेल के कैदी खेलों में हासिल करेंगे महारत
नई दिल्ली। तिहाड़ जेल में बंद कैदी अब खेलों में महारत हासिल करेंगे। खेलों में अपना नाम कमा चुके खिलाड़ी कैदियों को खेलों के गुर सिखाएंगे। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी (आईओसीएल) ने कॉरपोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी के तहत यह पहल की है। इसके तहत छह खेलों में कैदियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जेल में खेल को बढ़ावा देने के लिए इसे परिवर्तन: प्रिजन टू प्राइड से जोड़ा गया है। जेल नंबर-पांच में महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में जेल महानिदेशक संदीप गोयल और आईओसीएल के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैध ने परियोजना का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जेल के अधिकारी व कर्मचारी, आईओसीएल के अधिकारी और कैदी मौजूद थे। जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया कि आईओसीएल छह खेलों में 80 कैदियों को प्रशिक्षित करेगा, जिसके लिए कंपनी की ओर से 9 प्रशिक्षक उपलब्ध करवाए जाएंगे। प्रशिक्षक बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, शतरंज, कैरम और खो-खो में कैदियों को प्रशिक्षित करेंगे। इन खेलों के लिए जेल नंबर-दो, चार और पांच, छह और सात में बंद कैदी हिस्सा लेंगे। दो, चार और पांच में युवा कैदी बंद हैं, जबकि छह नंबर जेल महिलाओं की है। उन्होंने बताया कि सभी प्रशिक्षक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने समय के प्रतिष्ठित खिलाड़ी हैं। प्रशिक्षक तीन महीने की अवधि के लिए इन छह खेलों में 80 चयनित कैदियों को प्रशिक्षित करेंगे। उसके बाद प्रशिक्षित कैदी फिर अन्य कैदियों को प्रशिक्षण देंगे। इस अवसर पर आईओसी के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैध ने कहा कि हाल ही में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देशभर में इस पहल की शुरुआत की है और इसके तहत 24 जेलों में कैदियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आईओसीएल को कैदियों के सुधार के हित में जेलों में भी कुछ कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करने में खुशी होगी। खेलों के जरिये कैदी अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाएंगे और अतीत की अपनी गलतियों को सुधारेंगे।