लाइसेंस के लिए प्रदेश वासियों को नहीं करना होगा लंबा इंतजार…
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में वाहन चालकों को राहत देने के लिए जल्द ही दिल्ली में सात नए ऑटोमेटेड टेस्टिंग ट्रैक बनाए जाएंगे। परिवहन विभाग की सेवाएं फेसलेस होने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट में शामिल होने के लिए पहले ही ऐसे 11 ट्रैक बनाए गए हैं ताकि आवेदकों को लंबा इंतजार न करना पड़े। ऑटोमेटेड टेस्ट ट्रैक के तैयार होने से केवल दक्ष चालकों के ही लाइसेंस बन सकेंगे। नए ट्रैक के तैयार होने से लोगों का इंतजार कम होगा और उन्हें नियत तारीख पर ही टेस्ट के लिए जाना होगा। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केवल दक्ष चालकों के ही लाइसेंस बनेंगे। स्वचालित होने की वजह से कई आवेदक टेस्ट में फेल भी हो रहे हैं। इनकी संख्या 30 फीसदी से अधिक है। फिलहाल दिल्ली में 11 ऐसे ट्रैक हैं। सात नए ऑटोमेटेड टेस्टिंग ट्रैक के लिए जगह चिन्हित कर लिए गए हैं। सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द इन्हें पूरा किया जाए ताकि लोगों की सहूलियतें और बढ़े।