नई दिल्ली। डीएपी और सभी फॉस्फेटिक खादों में सब्सिडी बढ़ाने की अटकलों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने विराम लगा दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत सरकार डीएपी और सभी फॉस्फेटिक उर्वरकों में कोई सब्सिडी नहीं बढ़ाने जा रही है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी कंपनियों को खादों की एमआरपी नहीं बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं, भारत फॉस्फेटिक एसिड की कीमतों में 1200 अमरीकी डालर से अधिक की वृद्धि की अनुमति नहीं देगा। चार महीने पहले सरकार ने डीएपी उर्वरक पर प्रति बोरी सब्सिडी में 700 रुपये की बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि वैश्विक कीमतों में वृद्धि के बावजूद किसानों को डीएपी उर्वरक पुरानी दरों पर ही मुहैया कराया जा रहा है। इससे सरकारी खजाने पर 14,775 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ा। देश में यूरिया के बाद उर्वरकों में सबसे अधिक खपत डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की होती है। किसान इसकी खपत अधिक से अधिक करते हैं।