नई दिल्ली। मध्यप्रदेश से सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के बाद सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले जबलपुर रेलवे स्टेशन को दोबारा विकसित किया जा रहा है। यहां भी यात्रियों को एयरपोर्ट की तर्ज की तरह लग्जरी सुविधाएं मिलेंगी। पश्चिम मध्य रेलवे ने जबलपुर रेलवे स्टेशन का काम तेजी से शुरू कर दिया है। स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर ट्रांसलूसेंट स्ट्रेच फैब्रिक फॉल्स सीलिंग लगाई जा रही हैं। जो प्लेटफार्म नंबर एक के कॉनकोर्स एरिया में लगाई गई हैं। वहीं इसे खूबसूरत दिखाने के लिए इसके ऊपर एलईडी लाइट्स लगाई गई हैं। जिसकी सुंदरता आंखों को वास्तविक आसमान जैसा महसूस कराती है। प्रदेश में इस तरह का प्रयोग पहली बार किया जा रहा है। इस स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर एक साथ करीब 2000 हजार यात्री ट्रेनों का इंतजार कर सकेंगे। वहीं 36 मीटर ऊंची बिल्डिंग में 2500 से अधिक यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था होगी। इस स्टेशन में एक ग्रीन बिल्डिंग होगी। इसमें नैचुरल लाइट की व्यवस्था की गई है। इस भवन में ऊर्जा की कम खपत करने वाली एलईडी लाइट्स लगाने की व्यवस्था भी की जाएगी। इसके अलावा इसमें वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। वहीं प्लेटफॉर्म नंबर-6 के बाहर पैदल यात्रियों के लिए टेंसिल फाइबर फैब्रिक मैटेरियल का उपयोग किया जा रहा है। ये टेंसिल फाइबर सामग्री काफी कम वजन और रखरखाव में सुविधाजनक रहती है। इस फाइबर को रिसाइकिल करके पुनः उपयोग में लाया जा सकता है। साथ ही यात्रियों के लिए ड्रॉप एंड गो की व्यवस्था भी की गई है। प्रदेश में जबलपुर के बाद हबीबगंज स्टेशन को भी पूरी तरह से दोबारा विकसित किया जा रहा है। काम पूरा होने के बाद यहां एक कॉनकोर्स होगा। इसमें एयरपोर्ट की तरह दुकानें और कैफेटेरिया होंगे। इसके अलावा यात्रियों के बैठने के लिए एक वेटिंग लाउंज होगा। स्टेशन में एक म्यूजियम और गेमिंग जोन भी होगा। हबीबगंज स्टेशन पर 900 यात्री एयर कॉनकोर्स में बैठ सकेंगे। जब ट्रेनें आएंगी तब ये प्लेटफॉर्म पर उतरेंगे। इसके अलावा 1500 यात्री एक साथ एक अंडरग्राउंड सब-वे से गुजर सकेंगे।