नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के चलते लगाए गए प्रतिबंधों में राहत मिलने और त्योहारी सीजन की शुरुआत का असर भारतीय रेलवे की कमाई पर भी दिखा है। एक आरटीआई के जवाब में जानकारी मिली है कि वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में यात्रियों से रेलवे की कमी में 113 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2021-21 के दौरान यात्रियों से होने वाली कमाई लाल निशान पर रही थी, क्योंकि महामारी के चलते साल के अधिकतर हिस्से के दौरान इसकी सामान्य सेवाएं बंद रही थीं। अब तक रेलवे कोरोना वायरस महामारी से पूर्व के समय के मुकाबले चलने वाली ट्रेनों में से 96 फीसदी को ट्रैक पर ला चुका है। वर्तमान में रेलवे विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है और सामान्य सेवाओं को फिर से शुरू करना अभी बाकी है। मध्यप्रदेश के चंद्र शेखर गौड़ की ओर से दाखिल की गई एक आरटीआई के जवाब में रेलवे ने बताया कि यात्री किराये से पहली तिमाही में इसकी कमाई 4921.11 करोड़ रही थी। वहीं दूसरी तिमाही में बढ़ कर यह 10,513.07 करोड़ रुपये हो गई। जब से देश में कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन में राहत दी गई है, रेलवे केवल विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है। इसने अपनी सेवाओं की शुरुआत लंबी दूरी की ट्रेनों के साथ की थी, लेकिन अब कम दूरी की ट्रेनों को भी थोड़े से अधिक किराये के साथ विशेष ट्रेन के तौर पर चलाया जा रहा है। इस समय भारतीय रेलवे अपनी 1402 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन सामान्य किराये पर कर रहा है और 323 होलीडे स्पेशल ट्रेनें सामान्य से थोड़े अधिक किराये पर चला रहा है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कमाई बढ़ने का मुख्य कारण यह है कि अधिक ट्रेनें चल रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही लोग अब व्यापार के साथ आनंद के लिए भी यात्रा करना शुरू कर रहे हैं। महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में जहां यात्रा पर प्रतिबंध लगाए गए थे, वहां अब इन प्रतिबंधों में राहत दी जा रही है। अधिकारी ने कहा कि प्रतिबंधों में राहत मिलने से लोगों के अंदर बाहर निकलने का साहस बढ़ा है और इस की वजह से रेलवे की कमाई में भी बड़ा इजाफा दर्ज किया गया है।