मेंटर्स संवारेंगे दिल्ली के बच्चों का कॅरियर
नई दिल्ली। सरकारी स्कूलों के नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों का कैरियर मेंटर्स संवारेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने त्यागराज स्टेडियम में मेंटर प्रोग्राम को लांच किया। इस प्रोग्राम के माध्यम से बच्चों को अपना कॅरियर संवारने में मेेंटर्स की मदद मिलेगी। यह मेंटर केवल दिल्ली के लोग ही नहीं बनेंगे बल्कि पूरे देश के होंगे। मेंटर्स से बच्चे को यह भी पता चलेगा कि वो क्या-क्या कर सकता है। बच्चों को मेंटर्स तनाव से बाहर निकालने में भी मदद करेंगे। डीटीयू ने इसके लिए एक एप बनाया है जिस पर पंजीकरण करा कर देश के किसी कोने से मेंटर बना जा सकता है। एप पर पंजीकरण करने वालों को उनकी और बच्चे की रुचि और आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए उस मेंटर को मेंटीज दे दिया जाएगा। केजरीवाल सरकार ने कुछ दिन पहले ही प्रसिद्ध समाजसेवी एवं फिल्म अभिनेता सोनू सूद को अपने देश के मेंटर कार्यक्रम का ब्रांड एंबेसडर बनाया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सोमवार को देेश के मेंटर प्रोग्राम को लांच किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बच्चे की भावनात्मक व मनोवैज्ञानिक जरूरतें व कॅरियर का ज्ञान देने की जरूरत है। किशोरावस्था मेें उस पर कई दबाव होते हैं। इन्हें वह बर्दाश्त नहीं कर पाता इससे उसमेें तनाव बढ़ता है। ऐसे में मेंटर के रूप में बड़ा भाई या बड़ी बहन होना चाहिए, जिससे वह अपने दिल की बात कर सके। केजरीवाल ने कहा कि मेंटर को दिल्ली आने की जरूरत नहीं है। उसे बच्चे को रोज केवल 10 से 15 मिनट ही देने हैं। वहीं नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं, बारहवीं के बच्चे ऐसे मुकाम पर होते हैं तब उन्हें नहीं पता होता कि जिंदगी में क्या करना है? बच्चों को अच्छे मेंटर मिलनेे पर वह बच्चों को बता सकेंगे कि वह क्या कर सकते हैं, क्या नहीं कर। मेंटर किसी काम के फायदे नुकसान और उसे कैसे करना है, यह भी बताएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों मेें इस साल 18 लाख 70 हजार बच्चे हो गए हैं। इस साल दिल्ली के निजी स्कूलों से 2 लाख 70 हजार बच्चों ने अपने नाम कटवा कर सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है। केजरीवाल ने इसे अद्भुत और शानदार बताया। उन्होंने कहा कि एंटरप्रिन्योर कक्षाओं के माध्यम से स्कूलों में बच्चों को बिजनेसमैन बनना सिखाया जा रहा है। सिसोदिया ने कहा कि नौवीं, 10वीं, 11वीं के बच्चों को ऐसे मेंटर की जरूरत होती है। जो कहता है कि चिंता न करो, मैं हूं न। इसके लिए दिल्ली सरकार ने यह देश के मेंटर प्रोग्राम को लांच किया है। सरकारी स्कूलों में नौवीं से बारहवीं तक की कक्षा मेें 9 लाख छात्र नामांकित हैं। इन छात्रों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने के लिए शिक्षा निदेशालय की तरफ से यूथ फॉर एजुकेशन प्रोग्राम के तहत देश के मेंटर पहल को विकसित किया गया है।