कालीबाड़ी मंदिर शिमला में हुई विशेष पूजा…
हिमाचल प्रदेश। शारदीय नवरात्र के सातवें दिन सप्तमी पर हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों व अन्य मंदिरों में भक्तों की खूब भीड़ उमड़ी। शिमला के कालीबाड़ी मंदिर के हाल में सुबह 8:28 बजे मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना की गई। इसके बाद प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हुआ। कालीबाड़ी मंदिर कमेटी के सचिव सोमनाथ प्रमाणिक ने कहा कि मंगलवार को दोपहर बाद भक्तों ने पहले कालीबाड़ी हाल में मां काली के दर्शन किए। इसके बाद मंदिर से ही हाल में प्रवेश किया। हजारों की तादाद में आए भक्तों ने यहां मां दुर्गा, भगवान गणेश, कार्तिक, सरस्वती और लक्ष्मी जी की पूजा कर आरती उतारी। देर शाम तक स्थानीय लोगों के साथ बाहरी राज्यों से आए पर्यटकों की यहां भीड़ लगी रही। उधर जिला कांगड़ा के विभिन्न शक्तिपीठों पर सातवें नवरात्र पर श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई। सातवें नवरात्र पर जिले के तीनों शक्तिपीठों में 38 हजार के करीब श्रद्धालुओं ने अपना शीश नवाया। इस दौरान ज्वालामुखी मंदिर में 18 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका, जबकि नंदिकेश्वर धाम चामुंडा में 5000 श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। इसके अलावा बज्रेश्वरी मंदिर कांगड़ा में 15 हजार श्रद्धालु पहुंचे, जिन्हें कोविड नियमों के तहत माता के दर्शन करवाए गए। सातवें नवरात्र पर राज्यपाल हिमाचल प्रदेश ने बज्रेश्वरी मंदिर में शीश नवाकर मां का आशीर्वाद लिया। वहीं श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में सप्तमी के दिन काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि अष्टमी के दिन मां चामुंडा का पुराना सिंदूर निकालकर नया सिंदूर अर्पित किया जाएगा। मां चामुंडा का नशीत पूजन करने के बाद रात 12 बजे 108 प्रकार के देसी घी से बने व्यंजनों का भोग अर्पित किया जाएगा, जिसको बाद में श्रद्धालुओं में वितरित किया जाएगा। सप्तमी के दिन आचार्य बालक राम की अगुवाई में 51 विद्वान पंडितों और संस्कृत महाविद्यालय के 15 विद्यार्थियों ने हवन कुंडों में अग्नि स्थापना कर नवग्रह व कालरात्रि की पूजा-अर्चना यजमान मनु सूद व अजीत राम से करवाई। सप्तमी के दिन लगभग पांच हजार श्रद्धालु मां चामुंडा के दरबार में नतमस्तक हुए।