पहले सूचना न देने वाली ट्रैकिंग एजेंसियों पर पर्यटन विभाग कसेगा शिकंजा
हिमाचल प्रदेश। किन्नौर जिले में ट्रैकिंग पर बिना सूचना आने वाली एजेंसियों पर पर्यटन विभाग शिकंजा कसेगा। अक्टूबर में अब तक ट्रैकिंग पर निकले 10 लोग जान गंवा चुके हैं। इन्हें जिला प्रशासन, सेना और आईटीबीपी के जवानों ने रेस्क्यू किया है। हालांकि लम्खागा और बुरन पास की ट्रैकिंग पर निकले लोगों की पर्यटन विभाग के पास कोई जानकारी नहीं थी। अब पर्यटन विभाग ने बिना सूचना दिए ट्रैकिंग करवाने वाली एजेंसियों पर शिकंजा कसने का निर्णय लिया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने मौसम खराब रहने की सूचना जारी की थी। जिला प्रशासन ने जिले के लोगों को सूचित भी किया था। ट्रैकिंग पर उत्तरकाशी के हर्षिल से छितकुल की ओर निकले 17 सदस्यीय दल में से 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो लापता हैं। शिमला जिले के रोहडू से सांगला की ओर निकले दल में भी तीन लोगों की मौत हो गई है। दोनों दलों की किन्नौर आने की सूचना पर्यटन विभाग के पास नहीं थी। कोरोना के बाद किन्नौर के पर्यटन से जुड़े लोगों और व्यवसासियों ने पर्यटन गतिविधियां शुरू होने से राहत की सांस ली है, लेकिन जिले के ट्रैकिंग स्थलों में पेश आ रहीं घटनाएं पर्यटन कारोबार को भी प्रभावित कर सकती हैं। इसके लिए पर्यटन कारोबारियों को भी पुख्ता बंदोबस्त करने की जरूरत है। जिला पर्यटन अधिकारी किन्नौर एवं एसडीएम कल्पा स्वाति डोगरा ने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी के बगैर ट्रैकिंग करवाने वाली एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उत्तराखंड से छितकुल और रोहड़ू से बुरन पास की तरफ आने वाले ट्रैकर की जानकारी पर्यटन विभाग को नहीं दी गई थी। दोनों ट्रैकिंग एजेंसियों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।