उत्तराखंड। इस दिवाली मंडुवे से तैयार की जा रही मिठाईयों का स्वाद चखें। साथ ही इससे तैयार किए प्रसाद से देव भोग लगाएं। महिला समूहों द्वारा इन दिनों मंडुवे के लड्डू, बर्फी, गुलाब जामुन और देव भोग प्रसाद तैयार किया जा रहा है। मंडुवे से तैयार की जा रही इन मिठाईयों की खरीद के लिए लोग ऑर्डर भी दे रहे हैं। रिंग रोड स्थित हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट के कार्यालय में इन दिनों महिलाएं दिवाली के लिए मंडुवे से मिष्ठान तैयार कर रही हैं। वैसे तो पारंपरिक अनाजों से सभी तरह की मिठाईयां महिलाओं द्वारा बनाई जा रही है, लेकिन मंडुवे की मिठाईयों की ज्यादा डिमांड है। पारंपारिक अनाज को विशिष्ट पहचान देने व इसके संरक्षण के लिए कार्य कर रही हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट महिला समूहों की मदद से बाजार की मांग की अनुसार उत्पाद तैयार कर रहा है। दून में ट्रस्ट की ओर से पिछले दो ढाई साल से ही पारंपरिक अनाजों के उत्पाद तैयार करने का काम शुरू किया गया है, जिससे अब यहां की महिलाओं को भी ट्रस्ट रोजगार से जोड़ रहा है। जबिक इससे पूर्व बदरीनाथ में ट्रस्ट की ओर से भोग के लिए प्रसाद तैयार किया जाता था। हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट के संस्थापक गोविंद सिंह ने बताया कि पारंपरिक अनाजों के उत्पाद लोगों तक पहुंचाने के लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं। बतौर सिंह त्योहारी सीजन के चलते इन दिनों लोग मिठाईयों की खूब खरीदारी करते हैं। तो क्यों न पौष्टिकता से भरपूर मिठाईयां बाजार में लोगों को उपलब्ध कराई जाएं। गोविंद सिंह ने बताया कि हमारे पहाड़ी अनाज में कितनी ताकत है, यह हम जानते हैं, लेकिन धीरे-धीरे हम इन्हें छोड़ते जा रहे हैं। अब फिर से लोगों को पहाड़ी अनाज का महत्व समझना होगा और इसे अपनाना होगा। समय की मांग की अनुसार अलग-अलग तरीके से महिलाएं उत्पाद तैयार कर रही हैं, जिसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है। बताया कि त्योहारी सीजन के चलते इन दिनों मिठाईयों में कई तरह की मिलावट होने की खबरें मिल रही हैं। ऐसे में हमें शुद्ध पहाड़ी उत्पादों को अपनाने की जरूरत है। पारंपरिक अनाजों को बढ़ावा देने के साथ ही हम खुद को भी स्वस्थ रखेंगे। गोविंद सिंह ने कहा कि इस दिवाली पारंपरिक अनाज से बनाए प्रसाद को देवभोग के रूप में लगाएं और लड्डू, बर्फी, गुलाब जामुन का स्वाद लें। मूंग की दाल, उड़द की दाल, गहत की दाल से भी पौष्टिक उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। ट्रस्ट के साथ इस वक्त बीस महिलाओं का समूह सक्रिय है। जो कि मंसा देवी, चंडी देवी के लिए भी भोग का प्रसाद तैयार करती हैं। महिलाओं द्वारा तैयार किए जाने वाले इस स्वादिष्ट भोग प्रसाद की भी खूब मांग बढ़ रही हैं।