नई दिल्ली। हवाई और युद्धक अभ्यासों को भारतीय सेना इस समय अपनी क्षमताएं बढ़ाने के लिए अंजाम दे रही है। इसी के हिस्से के रूप में सोमवार को सेना की शत्रुजीत ब्रिगेड अपनी तेज प्रतिक्रिया क्षमताओं की मान्यता के लिए पूर्वी लद्दाख में उत्तरी सीमा पर हवाई सम्मिलन (एयरबोर्न इंसर्शन) कर रही है। भारतीय सेना ने बताया कि इंटर-थिएटर चाल, सटीक स्टैड-ऑफ ड्रॉप, तेजी से समूह में आने और तय लक्ष्यों का पता लगाने की क्षमता की मान्यता के लिए पांच माउंटिंग बेस से सी-130 व एएन-32 विमानों से पूर्व अनुकूलित सैनिकों को विशेषज्ञ वाहनों और मिसाइल डिटैचमेंट के साथ भेजा गया था। शत्रुजीत ब्रिगेड में सेना के बेहतरीन पैराट्रूपर शामिल होते हैं। भारत और चीन के बीच संबंधों व गतिरोध की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि इस अभ्यास का समय काफी अहम है, क्योंकि यह दोनों देशों के बीच 13वें दौर की सैन्य वार्ता के तीन सप्ताह के बाद आयोजित हो रहा है।