मध्यप्रदेश। सोमवार की देर रात करीब नौ बजे भोपाल के हमीदिया अस्पताल कैंपस के कमला नेहरू अस्पताल में आग लग गई। आग लगने की यह घटना बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर स्थित पीडियाट्रिक विभाग में हुई। इस वार्ड में कई बच्चों के झुलसने और फंसे होने की आशंका है। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच कर बचाव अभियान चला रही हैं। जानकारी के मुताबिक आग लगने की इस घटना में अब तक चार बच्चों की मौत हो चुकी है। राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया को बताया कि वार्ड में 40 बच्चे थे, जिनमें से 36 सुरक्षित हैं। प्रत्येक मृतक के माता-पिता को 4 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर तीन बच्चों की मौत होने की जानकारी दी थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया कि अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में आग की घटना बेहद दुखद है। बचाव कार्य तेजी से हुआ, आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश पहले से गंभीर रूप से बीमार होने पर भर्ती तीन बच्चों को नहीं बचाया जा सका।’उन्होंने ट्वीट किया कि भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में आग की घटना दुखद है। बचाव कार्य तेजी से हुआ। घटना की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। जांच एसीएस लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान करेंगे।’ सीएम शिवराज ने एक अन्य ट्वीट में बच्चों की मौत पर गहरा दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया ‘बच्चों का असमय दुनिया से जाना बेहद असहनीय पीड़ा है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं। इन बच्चों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। घटना में जो घायल हुए हैं, उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हो, यही मेरी कामना है। ।। ॐ शांति।।’ इस घटना के कारण पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल है और अपने-अपने बच्चों को खोजने के लिए परिजन परेशान हो रहे हैं। परिजनों को फिलहाल अस्पताल अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। धुआं ज्यादा होने के कारण प्रशासन को बचाव अभियान चलाने में दिक्कत आ रही है। घटनास्थल पर मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग और डीआईजी इरशाद वली भी पहुंचे हुए हैं। पूरी घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख जताते हुए रिपोर्ट मांगी है और अस्पताल को बच्चों की सुरक्षा और उपचार करने को कहा है। खबरों के अनुसार जिस चिल्ड्रन वार्ड में आग लगी है, उसे जल्द ही एक नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाना था, लेकिन उससे पहले ही यह हादसा हो गया। हादसे के पीछे मुख्य वजह अबतक सामने नहीं आ पाई है। आशंका जताई जा रही है कि सिलेंडर या वेंटिलेटर में ब्लास्ट होने या फिर शॉर्ट सर्किट के कारण यह हादसा हुआ।