उच्च शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण लेने विदेश जाएंगे नगर निगम के शिक्षक
नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली नगर निगम अपने शिक्षकों को उच्च शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजने का निर्णय लिया है। मंगलवार को निगमायुक्त विकास आनंद ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए यह योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि हम अपने शिक्षकों को शिक्षक प्रशिक्षण से संबंधित कार्यक्रमों में अध्ययन के लिए अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में भेज रहे हैं। निगम इनकी पूरी शिक्षा को प्रायोजित करेगा। इन पाठ्यक्रमों में शामिल होने के लिए शिक्षकों को आवेदन करना होगा। शिक्षकों को आवेदन से पहले शिक्षा विभाग के प्रशिक्षण अनुभाग को इसकी सूचना देनी होगी। यह खास प्रशिक्षण लेने जाएंगे विदेश:- निगमायुक्त ने बताया कि ईडीएमसी एफएफटी योजना के तहत शिक्षक आवेदन करेंगे। इसके तहत पहले दो शिक्षकों को प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। यहां इन्हें सार्वजनिक शिक्षा, विशेष शिक्षा, शिक्षा के विकास और शिक्षा में डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग जैसे विषयों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक शिक्षक पर 75 लाख होंगे खर्च:- निगमायुक्त ने बताया कि एक शिक्षक के प्रशिक्षण में 75 लाख रुपये का खर्च आएगा। इस पैसे में शिक्षण शुल्क, आवास, किताबें इत्यादि का खर्च शामिल होगा। शिक्षकों को भविष्य में इस योजना का लाभ लेने का केवल एक मौका मिलेगा। कसौटी पर खरा होना अनिवार्य:- यदि कोई शिक्षक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद डिप्लोमा, डिग्री, डॉक्टरेट पाने में विफल हो जाता है, तो योजना के तहत उस शिक्षक को वित्तीय सहायता प्राप्त पूरी राशि पूर्वी निगम को वापस करनी होगी। इसलिए इसमें योग्य शिक्षकों को ही शामिल होने की सलाह है। शर्तों के साथ भरवाया जाएगा बांड:- शिक्षा समिति के अध्यक्ष राजीव ने बताया बेहतरीन रिकॉर्ड और पूर्वी निगम के स्कूल में नियमित रूप से 10 साल से पढ़ा रहे 42 साल तक उम्र के शिक्षक से ही इसका बांड भरवाया जाएगा।