भारत और चीन के बीच होगी 14वें दौर की कमांडर स्तरीय वार्ता
नई दिल्ली। भारत चाहता है कि लद्दाख क्षेत्र में चीन की सेना पुराने स्थान पर चली जाए। सैन्य तैनाती घटाई जाए, लेकिन इस सवाल पर चीन के राजनयिकों के गले से आश्वासन देने की आवाज अटक जाती है। हालांकि दोनों देशों के राजनयिकों ने एक बार फिर 14वें दौर की वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तरीय वार्ता पर सहमति जताई है। दोनों देशों के राजनयिकों, भारत के एडिशनल सेक्रेटरी (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव और उनके चीन के समकक्ष हांग लियांग, के बीच सीमा मामलों के परामर्श और सहयोग कार्यसमूह की बैठक में यह सहमति बनी है। समझा जा रहा है कि जल्द ही दोनों देशों के राजनयिक 14वें दौर की वार्ता की तारीख की भी घोषणा करेंगे। इस बैठक में दोनों देशों के सीमा विवाद से जुड़े सैन्य, रक्षा और विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल होते हैं। चीन के दूतावास द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार राजनयिकों की वार्ता में दुशांबे में विदेश मंत्रियों (एस जयशंकर और उनके समकक्ष वांग यी) के बीच में बनी सहमति के आधार पर सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। हालांकि अभी इस वार्ता को लेकर भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ताजिकिस्तान के दुशांबे शहर में भारत और चीन के विदेश मंत्री मिले थे। इस भेंट के दौरान दोनों विदेश मंत्रियों में भारत-चीन के द्विपक्षीय मुद्दे, सीमा विवाद समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई थी। इसमें दोनों के बीच में तीन बिंदुओं पर सहमति बनी।