नई दिल्ली। देश के अधिकांश राज्यों में कोरोना की पहली खुराक शत-प्रतिशत पूरी कर ली गई है, लेकिन कुछ प्रदेश ऐसे भी हैं, जिसकी रफ्तार सुस्त है। मणिपुर, मेघालय, नागालैंड और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में कोविड -19 वैक्सीन की पहली खुराक अभी तक 70 प्रतिशत से कम है। इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में टीकाकरण कम होने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संज्ञान लिया है। सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया तीनों राज्यों की समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक मेघालय में कोविड की पहली खुराक का कवरेज 56.7 फीसदी, मणिपुर में 54.2 फीसदी, नागालैंड में 49 फीसदी और पुडुचेरी में 65.7 फीसदी हुआ है। समीक्षा बैठक का मुख्य मकसद कोरोना टीकाकरण की प्रगति और योजनाओं के बारे में जानना और प्रोत्साहित करना है। भारत में करीब 82 प्रतिशत आबादी को एंटी-कोविड वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि लगभग 43 प्रतिशत को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है। देश में कोरोना वैक्सीन खुराक की कुल संख्या 116.50 करोड़ को पार कर गई है। सरकार ने टीकाकरण के लिए एक महीने तक चलने वाला हर घर दस्तक’ अभियान भी चला रखा है। इस अभियान के तहत घर-घर जाकर उन लोगों को टीका लगाया जा रहा है, जिन्होंने अभी तक पहली खुराक भी नहीं ली है और जिनकी दूसरी खुराक बाकी है। सरकारी आकड़ों के अनुसार दो खुराकों के बीच के निर्धारित अंतराल खत्म होने के बाद, 12 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक लगना बाकी है।