दुश्मन के नापाक इरादों पर हर वक्त है हमारी नजर: डीआईजी
जम्मू-कश्मीर। सीमा पार से ड्रोन के इस्तेमाल से हथियार व ड्रग गिराने के मामले को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय स्तर पर इसे नाकाम करने के लिए काम किया जा रहा है। ड्रोन का प्रयोग नया और बड़ा चैलेंज बनता जा रहा है। बता दे कि बीएसएफ के डीआईजी डीएस संधू बीएसएफ के स्थापना दिवस के कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात कर रहे थे। डीआईजी ने बताया कि इस में कोई संदेह नहीं कि दुश्मन देश ड्रोन से हमारे देश में हथियार व ड्रग सप्लाई करने की फिराक में रहता है, लेकिन उसके लिए बड़े स्तर पर कार्रवाई जारी है। दुश्मन के इस नापाक इरादे को कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। बीएसएफ के जवानों का एक ही मकसद है कि अपने जीवन को त्याग करके देश की सुरक्षा व रक्षा करनी। सीमा पर तैनात हमारे जवानों का एक ही मकसद है चाहे बीएसएफ का जवान सीमा पर तैनात है या अंदरूनी इलाके में, नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश हो या देश को किसी और तरह से नुकसान पहुंचाने की, या देश विरोधी गतिविधि का मामला हो, बीएसएफ हमेशा आगे रही है और सक्षम रही है। दुश्मन के सभी मंसूबों को नाकाम करने के लिए काम करती रही है। डीआईजी ने कहा कि 1-2 साल का अगर रिकॉर्ड देखें तो जिस तरह से बल ने सेना के साथ अच्छे ऑपरेशन को अंजाम दिया और सेना के साथ कॉर्डन और सर्च ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई है। बीएसएफ के सतर्क जवानों ने मेंढर इलाके में सर्च ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया था। डीआईजी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार जब स्टिक आईईडी पकड़ी गई। तो वह बीएसएफ के अपने ही सुरक्षा इंटेलिजेंस के इनपुट पर ऑपरेशन चलाया गया था और उन्हें जब्त किया गया।