नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कहा है कि शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी कितने समय तक रहती है, यह समझने के लिए भारत और विदेशों में कई स्वतंत्र जांचकर्ताओं और टीका निर्माताओं ने अध्ययन किए हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि इस मामले में वैज्ञानिक सबूत अभी भी विकसित हो रहे रहे हैं और नई जानकारियां भी सामने आ रही हैं। यह बात संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक सवाल के जवाब में कही। संसद के उच्च सदन में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा कि टीकाकरण से एंटीबॉडी के साथ-साथ अन्य प्रतिरक्षा तंत्र जैसे कोशिकीय या टी कोशिका आधारित प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और मेमोरी बी कोशिकाएं बनती हैं। ये शरीर को संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती हैं। उन्होंने यह बात इस सवाल के जवाब में कही कि क्या सरकार यह जानने के लिए कोई अध्ययन कर रही है कि क्या बुजुर्ग आबादी में टीकाकरण से मिलने वाली प्रतिरक्षा कम होने का कोई मामला सामने आया है।