नई दिल्ली। पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सोमवार को चुनाव आयोग एक बैठक करने जा रहा है। वहीं आयोग की यह बैठक बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि देश में कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन के मामले हर दिन तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं। बता दें कि सोमवार को होने वाली आयोग की बैठक में संभव है, पांच राज्यों में चुनाव को लेकर कोई बड़ा एलान किया जा सकता है। वहीं राजनीतिक रैलियों को रोकने के बारे में भी इस मीटिंग में चर्चा हो सकती है। बता दें कि गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल मार्च में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त होगा। निर्वाचन आयोग अगले महीने चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। आयोग चुनाव प्रचार, मतदान के दिनों और मतगणना की तारीखों के लिए अपने कोविड-19 प्रोटोकॉल में सुधार को लेकर भूषण से सुझाव भी मांग सकता है। बता दें कि पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनावी रैलियों पर बैन और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को टालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और निर्वाचन आयोग से अपील की थी। हाईकोर्ट ने जिस तरह से केंद्रीय चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री से अपील की है तो निश्चित तौर पर उसके बाद से केंद्रीय चुनाव आयोग के ऊपर भी एक अतिरिक्त जिम्मेदारी बढ़ गई है। इसके साथ निर्वाचन आयोग की आज होने वाली महत्वपूर्ण बैठक पर सभी राजनीतिक दलों की निगाहें लगी हुई हैं। बता दें कि पिछले दिनों मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्र के नेतृत्व में टीम पिछले दिनों पंजाब, गोवा और उत्तराखंड के दौरे पर गई थी। इन राज्यों में आयोग की टीम ने विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस और प्रशासन के साथ राजनीतिक दलों के नेताओं से भी चर्चा की । अब 29 दिसंबर को आयोग की टीम उत्तर प्रदेश के दौरे पर चुनाव तैयारियों का जायजा लेने जाएगी।