नई दिल्ली। भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकोग) ने अपने साप्ताहिक बुलेटिन में कहा कि देश में कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के चरण में है। यह कई महानगरों में प्रभावी हो गया है, जहां संक्रमण के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इंसाकोग ने कहा कि बीए-2 वंश भारत में महत्वपूर्ण अंश में मौजूद है। आरटीपीसीआर स्क्रीनिंग सभी ओमिक्रोन लीनेज पर लागू है। अब तक अधिकांश ओमिक्रोन मामले हल्के या एसिम्टोमेटिक रहे हैं, लेकिन हालात धीरे धीरे बदल रहे हैं।
अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू के मामले बढ़ रहे हैं। इंसाकोग ने यह भी कहा है कि वैश्विक स्तर पर ओमिक्रोन का विस्तार जारी है। दरसल में बहुत अधिक मामलों के कारण कई देशों में अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या पिछले उच्च स्तर को पार कर गई है, जिससे स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी दबाव है। पिछली लहरों की तुलना में मौतें बहुत कम हुई हैं। आंकड़ों के अनुसार, अधिकांश गंभीर मामले और मौतें बिना टीकाकरण वाले विषयों में हुई हैं।