पुष्कर/राजस्थान। परम पूज्य संत श्री दिव्या मोरारी बापू ने कहा कि धर्म हमारी रक्षा करता है जब हम धर्म का अनुष्ठान करते हैं। हमारे द्वारा जो अनुष्ठित धर्म है, वह हमारी रक्षा करता है। विश्वास से ही दुनियां चलती है। वास्तव में यह भरोसा ही जीवन का आधार है।
भारत इस भरोसे पर चल रहा है। अन्य युगों में भगवान् की प्राप्ति कठिनता से होती है, लेकिन कलिकाल में केवल कीर्तन से भगवान् सुलभ होते हैं। कीर्तन हम नहीं कर रहे हैं। भगवान् का भजन हम नहीं कर रहे हैं। भजन में हमारी रुचि नहीं हो रही है। दोष हम स्वयं को नहीं देते हैं।
उल्टे हम दोष कलिकाल के माथे पर लगाते हैं। वास्तव में हम जिस युग में जी रहे हैं उसका आधार हम पर है। आज हमारा महत्वपूर्ण कार्य है एकता का। अतः हमारे सभी संगठनों को एक हो जाना चाहिए। जिससे राष्ट्र सशक्त हो सके। इतना निश्चित है कि जैसे-जैसे देश में समाज सुधार का वातावरण बनता जायेगा वैसे-वैसे देश एकता के बंधन से कसता जायेगा। हमें ध्यान रखना है कि हमें गढ़ना है, तोड़ना नहीं, टूटे को जोड़ना है।
भेदभाव की जयमाला से हम पार नहीं उतर सकते। मनुष्य एक है, चाहे वह ब्राह्मण हो या चांडाल, धनी में हो या गरीब, हिन्दू हो या अन्य कोई। उसके सुख-दुःख को समझना, उसे मनुष्यता के पवित्र आसन पर बैठाना ही हमारा कर्तव्य है।
- सभी हरि भक्तों के लिए पुष्कर आश्रम एवं श्री दिव्य घनश्याम धाम गोवर्धन से साधू संतों की शुभ मंगल कामना। श्री दिव्य घनश्याम धाम, श्री गोवर्धन धाम काॅलोनी, दानघाटी, बड़ी परिक्रमा मार्ग, गोवर्धन, जिला-मथुरा (उत्तर-प्रदेश) श्री दिव्य मोरारी बापू धाम सेवाट्रस्ट गनाहेड़ा पुष्कर जिला-अजमेर (राजस्थान)।