वास्तुु। वास्तु के अनुसार घर में वास्तु दोष होने पर नकारात्मक ऊर्जा आती है, जिससे कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं, इन दोषों को दूर करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं, उनमें से एक है पिरामिड। वास्तु पिरामिड आपके घर में नकारात्मकता को दूर करने में प्रभावी भूमिका निभाते हैं। वे लगातार एक ऐसे तत्व के रूप में काम करते हैं, जो आपके स्थान के प्रत्येक नकारात्मक तत्व को अवशोषित कर लेता है।
ऐसे कई घर हैं जो समृद्धि और सुख की कमी का अनुभव करते हैं, और यह प्रमुख रूप से वास्तु उपायों का पालन न करने के कारण है। यहां वास्तु पिरामिड शास्त्र काम करता है। वास्तु के अनुसार धातु या लकड़ी से बना पिरामिड घर में रखने से घर के वास्तु दोष दूर होते हैं, वास्तु से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
यदि शत्रुओं से परेशानी हो तो पिरामिड को घर में दक्षिण दिशा में रखने से समस्या जल्दी समप हो जाती है। यदि बहु समय से आपका कोई कानूनी काम रूका हुआ है तो दक्षिण दिशा में पिरमिड रखने से वो भी शीघ्र ही समाप्त हो जाएगा। वास्तु शास्त्र के अनुसार पिरामिड को उत्तर दिशा में रखने से धन लाभ और आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है। इससे मानसिक तनाव भी दूर होता है।
पिरामिड वास्तु शास्त्र के अनुसार पिरामिड शरीर में एक नई ऊर्जा प्रदान करता है। बच्चों के स्टडी टेबल पर क्रिस्टल का पिरामिड रख सकते हैं। इससे बच्चों की एकाग्रता बढ़ती है और वे मन लगाकर पढ़ाई कर पाते हैं।
वैसे तो वास्तु शास्त्र के अनुसार चांदी, पीतल या तांबे का पिरामिड घर में रखना अच्छा माना जाता है, लेकिन यदि ऐसा संभव न हो, तो आप लकड़ी का पिरामिड रख सकते हैं। लेकिन कभी भी लोहे, एल्यूमीनियम या प्लास्टिक का पिरमिड न रखें।