हिमाचल प्रदेश। विश्व पटल पर चंबा थाल और सलूणी के मक्का को विशेष पहचान मिल सकती है। जिला प्रशासन ने भारत सरकार को चंबा थाल और मक्का को जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग देने के लिए प्रस्ताव भेजा है। इसे अनुमति मिलने की उम्मीद है।
बता दें कि जीआई टैग एक प्रतीक है, जो किसी वास्तु कला और उत्पाद आदि को एक निर्धारित स्थान से जोड़ता है। उत्पाद को उसके मूल क्षेत्र से जोड़ने के साथ उसकी गुणवत्ता एवं विशेषता भी बताता है। आर्ट एंड क्राफ्ट प्रमोशन सोसायटी जिले के विभिन्न उत्पादों को ख्याति दिलाने के लिए प्रयासरत है।
चंबा रूमाल और चप्पल को दो जीआई टैग प्राप्त हैं। किसी भी उत्पाद को जीआई टैग मिलने के बाद इसकी कोई नकल नहीं कर सकता है। जीआई टैग उस व्यवसाय से जुड़े लोगों को भी मिलता है। इसके लिए विशेषकर उत्पाद की गुणवत्ता सहित कार्य कुशलता को भी देखा जाता है।