नई दिल्ली। कोरोना से बचाव के लिए एम्स अस्पताल अब नाक से दी जाने वाली वैक्सीन की बूस्टर खुराक का परीक्षण शुरू करेगा। तीसरे चरण के परीक्षण के लिए 100 लोगों का पंजीयन किया गया है। जिन लोगों ने दो खुराक अब तक हासिल की हैं और उनकी दूसरी खुराक लेने के बाद छह माह की अवधि पूरी हुई हो,
ऐसे लोगों का परीक्षण में पंजीकरण किया गया है। कोवाक्सिन पर आगे शोध जारी रखते हुए इसे सुई रहित यानी नाक के जरिये देने की क्षमता को विकसित किया। इस पर सभी चरण के परीक्षण पूरे होने के बाद जब यह असरदार पाई गई तो इसे बूस्टर खुराक के तौर पर परखा जा रहा है।