जालंधर। आपने बहोत सी ऐसी बातें या कहानियां सुनी होंगी जहां इतिहास से जुड़े कई सौ साल पुराने किलों, महल, सुरंगो और कभी-कभी कुओं का भी जिर्क हुआ होगा। ऐसे ही एक ऐतिहासिक कुएं के बारे में आज हम आपको बताने जा रहें है।
केंद्रीय जेल गुरदासपुर में चल रहे नवीनीकरण के खुदाई के दौरान एक 311 साल पुराना 10 फीट गहरा कुआं मिला। सरकारी रिकार्ड और माहिर इतिहासकारों के मुताबिक यह कुआं 1711 में बाबा बंदा सिंह बहादुर के समय का है। आपको बता दें कि केंद्रीय जेल गुरदासपुर पहले एक किला हुआ करता था और इस कुएं के पास ही सिख शूरवीरों के घोड़ों को बांधा जाता था।
समय के साथ-साथ इस किले को जेल बना दिया गया और कुएं की चारदीवारी कर आसपास कैदियों के लिए बैरक बना दिए गए। जेल प्रशासन ने अब इसे संरक्षित करने का फैसला किया है। यहीं नही कुएं के पास एक स्टील की प्लेट लगाई गई है, जिस पर जेल व कुएं का इतिहास लिखा गया है। जेल की बाकी दीवारों पर भी गुरु नानक देव जी, बंदा सिंह बहादुर व मुगल शासकों की पेंटिंग बनाई जा रही है, ताकि इस ऐतिहासिक धरोहर के बारे में दुनिया को बताया जा सके।