एस्ट्रोलॉजी। हिंदू पंचांग के मुताबिक वर्ष के पहले माह चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को कामदा एकादशी के रूप में मनाया जाता है। कैलेंडर के मुताबिक वर्ष में 24 एकादशी पड़ती हैं, जिसमें हर माह पहली शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में एकादशी पड़ती है। इस दिन विधि-विधान के साथ भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। मान्यता है कि कामदा एकादशी के दिन व्रत रखने से समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है।
कामदा एकादशी का शुभ मुहूर्त:- 12 अप्रैल मंगलवार, सुबह 4 बजकर 30 मिनट से प्रारंभ हो रही है। वहीं 13 अप्रैल बुधवार, सुबह 5 बजकर 2 मिनट समाप्त होगी।
सर्वार्थ सिद्धि योग- 12 अप्रैल सुबह 5 बजकर 59 मिनट से लेकर 13 अप्रैल सुबह 8 बजकर 35 मिनट तक।
पारण का समय- 13 अप्रैल दोपहर 1 बजकर 39 मिनट से 4 बजकर 12 मिनट तक।
कामदा एकादशी पूजा विधि:- कामदा एकादशी के दिन सुबह उठकर हर हर काम से निवृत्त होकर स्नान करके साफ कपड़े पहन लें। इसके बाद भगवान विष्णु का मनन करते हुए व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा करें।
पूजा के लिए सबसे पहले एक चौकी में पीला रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित कर दें। इसके बाद भगवान विष्णु को चंदन, हल्दी, अक्षत, फूल आदि चढ़ा दें, इसके बाद पंचामृत, तुलसी जल चढ़ाएं।