जम्मू-कश्मीर। सुरक्षाबलों ने पिछले दो दिनों में 11 आतंकवादियों को उनके अंजाम तक पहुंचाकर आतंकवाद परस्त पाकिस्तान को कड़ा सन्देश दिया है। प्रदेश में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। कश्मीरी हिन्दुओं के खिलाफ लक्षित हत्या की घटनाएं बढ़ने के बाद सुरक्षाबलों ने अपने आपरेशन आल आउट को और तेज कर दिया है।
पिछले छह महीनों में मारे गये 118 आतंकवादियों में से 77 पाकिस्तान प्रायोजित लश्कर-ए- तैयबा के सदस्य थे, जबकि 26 आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के थे। सुरक्षाबलों के सतत अभियान से ही घबरा कर आतंकवादियों ने हमले के स्वरूप में बदलाव किया है और वह छिपकर लक्षित हत्या को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन भारतीय सेना और सुरक्षाबलों ने ऐसे आतंकवादियों को ढूंढ- ढूंढकर उनके सफाया का जो अभियान चलाया है उससे आतंकवादी अपने लक्ष्य में सफल नहीं हो पा रहे हैं और मारे जा रहे हैं।
सुरक्षाबलों ने हाल ही में पुलवामा और बारामूला में हुई दो मुठभेड़ में चार आतंकवादियों को मार गिराया। मारे गये आतंकवादियों में जैश- ए-मोहम्मद का आतंकवादी माजिद नजीर भी शामिल है जिसने गत सप्ताह पुलवामा के संबूरामें एसआई फारुक अहमद मीर की हत्या की थी। उधर सोपोर में लश्कर-ए-तैयबा का जाहिद अहमद भी मारा गया। आतंकवादियों के सफाए के लिए भारतीय सेना और सुरक्षाबलों के जवानों को अपना अभियान और तेज करते हुए आतंकवादियों के मददगारों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त काररवाई की जानी चाहिए।