रिलेशनशिप। अपने पार्टनर के लिए पजेसिव होना अच्छी बात है लेकिन, आपका ओवर पजेसिव होना आपके रिश्ते में खटास ला सकता है। ज्यादा पजेसिव होने से कई बार पार्टनर दूरियां बनाने लगता है और यह दूरियां ही कभी-कभी रिश्ते को ही खत्म कर देती हैं। पॉर्टनर के लिए पजेसिव होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें जलन, ट्रॉमा और असुरक्षा की भावना शामिल हो सकती है। कई बार उपेक्षाओं की वजह से भी लोग ओवर पजेसिव हो जाते हैं, लेकिन यह जब एक लिमिट से ज्यादा बढ़ता है तो रिश्ते के लिए नुकसानदायक साबित हो जाता है।
दो लोगों के बीच का रिश्ता प्यार और सम्मान का रिश्ता होता है। यह रिश्ता काफी नाजुक होता है इसलिए छोटी सी बात पर भी इसमें दरार आ जाती है। इसलिए जरूरी है कि आप रिश्तों के बीच में कुछ सीमाएं निर्धारित करें और दोनों लोग इसका पालन करें।
क्या है पजेसिवनेस:-
पार्टनर के साथ नार्मल नेचर के साथ रहना और एक कंट्रोलिंग और पजेसिवनेस के साथ रहना दोनों पूरी तरह से अलग बातें हैं। जब रिश्ते में जलन और असुरक्षा की भावना आ जाती है तो अक्सर कपल एक दूसरे के लिए पजेसिवनेस की सीमा को पार कर जाते हैं। पजेसिवनेस के कारण ही दोनों एक दूसरे की स्वतंत्रता और फीलिंग्स को भी प्रतिबंधित करने लगते हैं। पजेसिवनेस के चलते ही दोनों गुपचुप तरीके से एक दूसरे की जानकारी लेने लगते हैं और कुछ गलत मिलने पर गुस्सा हो जाते हैं। कई बार स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि छोटी सी बात पर रिश्ता टूटने के कगार पर आ जाता है।
पजेसिवनेस के बचने के तरीके:-
कई बार अतीत की बातें रिश्ते को पूरी तरह से खोखला बना देती हैं, इसलिए जरूरी है कि कभी भी अपने पार्टनर से उसे दुख पहुंचाने वाली अतीत की बातें न करें। जितना संभव हो अतीत के बारे में कम सोचे और पार्टनर के साथ लाइफ बिताने की प्लानिंग करें।
बिना किसी बंधन के अपनी लाइफ जिएं:-
रिश्ते में आने का यह मतलब नहीं होता कि आप अपने शौक को खत्म कर दें। आप नौकरी करना चहाते हैं तो नौकरी या फिर घूमने का शौक रखते हैं तो बिना किसी प्रतिबंध के घूमें। पार्टनर के साथ जरूर समय बिताएं लेकिन कुछ समय अपनी पर्सनल लाइफ को भी दें। इससे रिश्ते में नयापन आएगा और एक दूसरे से बात करने के लिए नए टॉपिक्स भी मिल जाएंगे।
दूसरे पर मर्जी न थोपें:-
कभी भी किसी रिश्ते को जबरदस्ती बांध कर नहीं रखा जा सकता। अगर आप हर बार, हर समय अपने पार्टनर पर अपनी मर्जी थोपेंगें तो इससे वह खुद को बंधा हुआ महसूस करेगा और रिश्ते में दरार आने की संभावना भी बढ़ जाएगी। कोई भी रिश्ते में बंधकर नहीं रहना चाहता क्यों सबकी अपनी फीलिंग्स होती है। हर पार्टनर को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
जलन को हावी न होने दें:-
जलन किसी भी रिश्ते को बर्बाद कर सकती है फिर चाहे वह भाई भाई का रिश्ता हो, भाई बहन का रिश्ता, दोस्ती का रिश्ता हो या फिर प्यार का रिश्ता हो। जलन रिश्ते को खत्म करने के साथ-साथ घृणा और कड़वाहट को भी बढ़ाती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने नेगेटिव बिहेवियर को पॉजिटिव नेचर में बदलें।