विध्वंसक युद्धपोत मोरमुगाओ नेवी में हुआ शामिल

मुंबई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को मुंबई में स्वदेश निर्मित P15B स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक युद्धपोत ‘मोरमुगाओ’ को भारतीय नौसेना को सौंप दिया।  ‘मोरमुगाओ’  की जरिए भारतीय नौसेना की हिंद महासागर में पहुंच बढ़ेगी। देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और चाकचौबंद होगी।  इस कार्यक्रम में सीडीएस जनरल अनिल चौहान, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, गोवा के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और अन्य गणमान्य व्यक्ति आईएनएस मोरमुगाओ, एक पी15बी स्टील्थ-गाइडेड विध्वंसक मिसाइल के कमीशनिंग समारोह में शामिल हुए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि INS मोरमुगाओ भारत में निर्मित सबसे शक्तिशाली युद्धपोत में से एक है। यह भारत की समुद्री क्षमता में बढ़ोतरी करेगा।

इसे नौसेना प्रमुख ने मील का पत्थर बताया :-
इस अवसर पर नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के इतिहास में आज का दिन एक और मील का पत्थर है क्योंकि हमने विध्वंसक मोरमुगाओ को चालू किया है, खासकर जब हमारी सिस्टर शिप विशाखापत्तनम को एक साल पहले ही भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।

डिजाइन और निर्माण :-
इस विध्वंसक युद्धपोत को भारतीय नौसेना के ‘वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो’ ने डिजाइन किया है और इसका निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, मुंबई द्वारा किया गया है। आईएनएस मोरमुगाओ का नाम पश्चिमी तट पर गोवा के ऐतिहासिक बंदरगाह शहर के नाम पर रखा गया है। आईएनएम मोरमुगाओ ने पिछले वर्ष 19 दिसंबर को पहली बार समुद्र में उतरा था। इसी दिन गोवा में पुर्तगाली शासन से मुक्ति पाने के 60 वर्ष पूरे हुए थे।

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