योग। सर्दियों का मौसम कई प्रकार से हेल्थ के लिए समस्याओं को बढ़ाने वाला माना जाता है। यह मौसम न सिर्फ हृदय की सेहत के लिए चुनौतीपूर्ण है साथ ही यह उन लोगों के लिए दिक्कतें बढ़ाने वाला मौसम है जो पहले से ही घुटनों में दर्द से परेशान हैं। डॉक्टर कहते हैं, ठंड के मौसम में आपके टेंडन, मांसपेशियां, जोड़ के ऊतक सूज सकते हैं, जिसके कारण घुटने में दर्द की समस्या इस मौसम में अधिक देखी जाती है। जिन लोगों को पहले से ही आर्थराइटिस की समस्या रही है, उनके लिए यह मौसम जटिलाओं को बढ़ाने वाला माना जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मुताबिक, दिनचर्या में योगासनों को शामिल करके सेहत को ठीक रखने, विशेषकर घुटने और गठिया के कारण होने वाले दर्द को कम करने में विशेष लाभ पाया जा सकता है। योग मांसपेशियों की जकड़न को कम करके रक्त के संचार को बढ़ावा देने में कारगर हैं, जिससे दर्द को कम किया जा सकता है। इतना ही नहीं नियमित रूप से योगासनों के अभ्यास की आदत आर्थराइटिस के जोखिमों को कम करने में भी आपके लिए लाभकारी है। तो चलिए जानते हैं इसके लिए कौन सा योगासन करना लाभकारी हो सकता है?
ऑस्टियोआर्थराइटिस में योग से लाभ :-
शोधकर्ताओं के मुताबिक, योग का नियमित अभ्यास की आदत ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या को कम करने में लाभकारी है। एक अध्ययन में पाया गया है कि प्रतिभागियों ने दो सप्ताह में ही दर्द से राहत और कार्यात्मक सुधार का अनुभव किया। इस आधार पर शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि योग, घुटनों के दर्द से राहत दिलाने और गतिशीलता में सुधार का एक बेहतर उपाय हो सकता है। गठिया और घुटनों के सामान्य दर्द को कम करने में इससे विशेष लाभ पाया जा सकता है। तो आइए जानते हैं कि विशेषज्ञ किन आसनों को लाभकारी मानते हैं।
वॉरियर पोज :-
वॉरियर पोज के नियमित अभ्यास की आदत बनाने से घुटनों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। योग के अभ्यास से जोड़ों के आसपास की मांसपेशियों के अतिरिक्त दबाव को कम किया जा सकता है और यह रक्त के संचार को बढ़ावा देने में भी सहायता करता है। वॉरियर पोज के दौरान संतुलित मुद्रा में खड़े होने के अभ्यास से घुटने के आसपास की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और दर्द को कम किया जा सकता है। वॉरियर पोज शरीर की सभी बड़ी मांसपेशियों के लिए लाभकारी है।
सेतुबंधासन योग :-
शोधकर्ताओं ने घुटनों के लिए सेतुबंधासन योग के अभ्यास को काफी लाभकारी पाया है। ग्लूट्स को एंगेज करने के साथ एड़ी के माध्यम शरीर को ऊपर उठाने के इस अभ्यास के दौरान शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को आराम मिलता है। यह कमर-पीठ दर्द की समस्या को कम करता है। आर्थराइटिस के जोखिमों से बचाने में भी नियमित रूप से सेतुबंधासन योग के अभ्यास को फायदेमंद पाया गया है।