नई दिल्ली। केंद्र सरकार की कोशिशें रंग लाई और विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने लैंगिक अंतर रिपोर्ट में स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी को शामिल करने की जरूरत को स्वीकार कर लिया है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि दो साल के अथक प्रयासों के बाद यह सफलता हासिल हुई है।
डब्ल्यूईएफ की सादिया जाहिदी ने स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर बताया कि मंच महिलाओं के एंजेंड को मजबूत करने के लिए उनकी भागीदारी के क्षेत्रों का आकलन कर, डाटा संग्रह में सुधार करेगा। मौजूदा समय में वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक में भारत को 146 देशों में 135 वां स्थान प्राप्त है। भारत कई सालों से इस रैंकिंग को लेकर अपनी चिंताओं से दुनिया को अवगत कराता रहा है। केंद्र सरकार का कहना था सूचकांक भारत की पूरी तस्वीर पेश नहीं करता, यहां स्थानीय स्तर से लेकर शीर्ष स्तर पर महिलाओं की भागीदारी है।