जम्मू कश्मीर। एलजी मनोज सिन्हा ने शनिवार को डोडा के ठाठरी इलाके में आईं दरारों पर कहा कि, डोडा के ठाठरी इलाके में आई दरारों के मामले में प्रशासन पूरी तरह नजर बनाए हुए है। जिन 19 लोगों के घरों में दरारें आई हैं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। इसे ज्यादा पैनिक बनाने की जरूरत नहीं है। डोडा में जोशीमठ जैसे हालात नहीं हैं।
डोडा के ठाठरी में लगातार भू धंसाव की स्थिति जांचने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की टीम भेजी है। वह जांच कर इसकी रिपोर्ट जल्द सरकार को सौंपेगी। इस बीच लोगों ने पूरा इलाका खाली कर दिया है।
उपजिलाधिकारी अतहर अमीन जरगर ने बताया कि प्रशासन और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की एक टीम उस स्थान पर मौजूद है जहां 21 घरों में दरारें आई हैं। डोडा जिले के ठाठरी की नई बस्ती में जोशीमठ की तरह दरारें आ गई है। इसकी जद में 19 घर आ गए हैं।
प्रशासन ने शुक्रवार को 117 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा दिया है। अधिकारियों ने एक धार्मिक स्थल और स्कूल को भी असुरक्षित घोषित किया है। आयुक्त (डीसी) व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मौके का मुआयना कर बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
दो दिन पहले मकानों में दरारें आनी शुरू हुईं थीं, लेकिन गुरुवार को एक हिमस्खलन के बाद हालात बिगड़ने लगे। गांव में 21 घर क्षतिग्रस्त हो गए। एसडीएम ने बताया कि 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, इनके आवास असुरक्षित हो चुके थे।
चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स तथा नेशनल हाईवे प्राधिकरण के भूगर्भशास्त्रियों ने भी मौके का निरीक्षण किया है। प्रशासन की ओर से तैयार किए गए अस्थायी आवास में शिफ्ट किए गए लोगों में से कुछ पैतृक घरों में लौट आए हैं।