बेंगलुरु। गुरूवार को बेंगलुरु में भारत की अध्यक्षता में G-20 समूह की पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्य समूह की पहली बैठक शुरू होगी, जो 11 फरवरी तक चलेगी। पर्यावरण को लेकर भारत की अध्यक्षता में G-20 की यह पहली बैठक है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से आयोजित बैठक की अध्यक्षता मंत्रालय में सचिव लीना नंदन करेंगी। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए एक एकीकृत, व्यापक और सर्वसम्मत दृष्टिकोण अपनाने के मकसद के साथ G-20 देशों के कई प्रतिनिधि अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में शामिल होंगे।
इससे पहले, केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा था कि बेंगलुरु में होने वाली G-20 के पर्यावरण और जलवायु स्थिरता समूह की बैठक कई मायनों में खास होगी। बैठक में इस बार भूमि क्षरण को रोकने की दिशा में पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली में तेजी लाने और जैव विविधता को समृद्ध करने के लिए स्थाई और जलवायु लचीली ब्लू इकॉनमी को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि बैठक में संसाधन दक्षता और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के विषय पर भी सदस्य देशों के साथ परामर्श होगा।
मंत्री ने बताया कि बेंगलुरु में होने वाली पर्यावरण और जलवायु स्थिरता समूह की बैठक लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरनमेंट और रेसिलियंट डेवलपमेंट पैराडाइम को बढ़ावा देगी। इस आयोजन में दुनिया के साथ जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए एक एकीकृत और सर्वमान्य दृष्टिकोण के साथ पर्यावरण संरक्षण पर मंथन किया जाएगा। इस बैठक के बाद पर्यावरण को लेकर गांधीनगर, मुंबई और चेन्नई में भी ऐसी ही बैठकों का आयोजन किया जाएगा।