लखनऊ। लखनऊ में जी-20 समिट का शुभारंभ सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया। सीएम योगी ने इस बैठक में शामिल जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के साथ ही केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव, महेन्द्रनाथ पांडेय का स्वागत किया। सीएम योगी ने सोमवार को भारत की जी 20 अध्यक्षता के तहत पहली डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्यकारी समूह की बैठक को संबोधित किया। सीएम योगी ने कहा कि डिजिटल तकनीक आज की सबसे बड़ी जरूरत है और उत्तर प्रदेश में इसका इस्तेमाल कर हमारी सरकार ने कई बड़े अच्छे नतीजों को हासिल किया है। सीएम योगी ने कहा कि आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश में बड़ा वर्क फोर्स है, और सभी को रोजगार देने के लिए सरकार तकनीक का इस्तेमाल कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा दे रही है।
सीएम योगी ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा जल संसाधन हो या कृषि उत्पादन क्षेत्र,उत्तर प्रदेश इसमें टॉप पर है। सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के 80 हजार राशन दुकानों पर डिजिटल तकनीक के जरिये ई-पास मशीन का इस्तेमाल शुरू किया। इसके नतीजे में जिन लोगों को शिकायत थी कि उन्हें राशन नहीं मिलता है वो तो दूर हुई ही, साथ ही 1500 करोड़ लोगों को समुचित राशन वितरण करने में सरकार को 1200 करोड़ रुपये की सालाना बचत भी हुई।
सीएम योगी ने कहा कि दुनिया ने Covid -19 का सामना किया, जिसमें बहुत सी जानें गयीं। उन्होंने कहा कि यूपी में 40 करोड़ लोगों का टीकाकरण हो या फिर टेस्टिंग इसमें तकनीक का इस्तेमाल कर हमने सफलता पाई। सीएम योगी ने बताया कि आंगनबाड़ी कर्मियों को टेबलेट और स्मार्टफोन वितरण के जरिये गाँवों में सामुदायिक और चिकित्सीय सेवाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति को दिया जा रहा है। साथ ही प्रदेश में ई-ऑफिस प्रणाली भी लागू की गयी है। सीएम योगी ने बताया कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के जरिये राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 91 लाख बच्चों को ड्रेस और किताबों के लिए उनके अभिभावकों के कहते में पैसा भेजा जा रहा है। इसके आलावा वृद्धजनों, विधवा महिलाओं और दिव्यांग व्यक्तियों को भी इसी स्कीम के जरिये आर्थिक सहायता दी जाती है। सीएम योगी ने कहा कि हमारे प्रदेश में तकरीबन एक करोड़ छात्रों को भी कई तरह की वित्तीय सहायताओं में DBT स्कीम का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि जी-20 समिट की थीम वसुधैव कुटुंबकम रखी गयी है,जो हमारे देश का प्राचीनतम स्लोगन है। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से ही ज्ञान का प्रसार करने का पक्षधर रहा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल से पारदर्शी व्यवस्था को बनाने के हम लगातार प्रयास जारी रखेंगे। सीएम ने इस मौके पर यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दो दिवसीय कार्यक्रम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेशकों के लिए निवेश सारथी का ऑनलाइन प्लेटफार्म मौजूद है,जिससे उनकी सभी समस्याओं का समाधान बड़ी आसानी से हो जाता है। साथ ही उद्यमियों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेन्स की सुविधा भी सरकार की तरफ से दी जा रही है।