समाज गुणों का आदर करे तो व्यक्ति सद्गुणों का करेगा संचय: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, वास्तविक धनवान कौन है? भगवान् श्री कृष्ण श्रीमद्भागवत महापुराण में कहते हैं कि-सद्गुणों का स्वामी वास्तविक धनी है। आज धन के स्वामी को धनी कहा जाता है और हर स्थान पर उनको सम्मान मिलता है। सम्मान व्यक्ति को नहीं धन को मिलता है। धन के अवगुणों को ढका जाता है पर वास्तव में व्यक्ति गुणों से जाना जाता है। इतिहास में प्रायः गुणवान् महापुरुषों की ही चर्चा है। धनवानों की चर्चा नहीं है। हां उन धनवानों की चर्चा अवश्य है जो गुणवान् थे, जैसे भामाशाह। समाज गुणों का आदर करे तो व्यक्ति सद्गुणों का संचय करेगा। धन के सम्मान में तो धन का ही संचय होगा। गुणवान् व्यक्ति ही सच्चे नागरिक बनते हैं और माता-पिता, गुरु और देश का नाम ऊंचा करते हैं। सभी हरि भक्तों के लिए पुष्कर आश्रम एवं गोवर्धन धाम आश्रम से साधू संतों की शुभ मंगल कामना। श्री दिव्य घनश्याम धाम, श्री गोवर्धन धाम कालोनी, दानघाटी, बड़ी परिक्रमा मार्ग, गोवर्धन, जिला-मथुरा, (उत्तर-प्रदेश) श्री दिव्य मोरारी बापू धाम सेवाट्रस्ट गनाहेड़ा पुष्कर जिला-अजमेर (राजस्थान)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *