शहडोल में आपस में टकराई दो मालगाड़ि‍यां, लोको पायलट की मौत

मध्‍य प्रदेश। मध्‍य प्रदेश में भीषण रेल दुर्घटना हो गई है  सिंहपुर रेलवे स्टेशन के पास बुधवार सुबह करीब सात बजे विपरीत दिशा से आ रहीं दो मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं। टक्कर के बाद एक मालगाड़ी के पावर में आग लग गयी।  ट्रेन के आपस में टकराने से रेल महकमे में हड़कंप मच गया। इस हादसे में 1 लोको पायलट की मौत हो गई, जबकि 2 अन्‍य रेलकर्मियों के घायल होने की सूचना है। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। मौके पर तैनात कर्मचारियों को शुरुआत में कुछ समझ में नहीं आया कि अचानक यह कैसे हो गया। ऐसे में सवाल यह है कि जब एक ट्रैक पर पहले से ही मालगाड़ी खड़ी थी तो दूसरी ट्रेन को उसी लाइन पर आने का सिग्‍नल कैसे दिया गया?

सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक बताया गया कि  तीन मालगाड़ी के एक साथ दुर्घटनाग्रस्‍त होने की यह घटना सुबह 6:25 बजे हुई। बता दें कि शहडोल से सटे सिंहपुर रेलवे स्‍टेशन पर पहले से ही एक मालगाड़ी खड़ी थी। सुबह दूसरी मालगाड़ी आकर उससे टकरा गई. दुर्घटना के वक्‍त एक और मालगाड़ी सिंहपुर स्‍टेशन से गुजर रही थी जो इसकी चपेट में आ गई। यह हादसा इतना भयानक था कि रेल इंजन में आग लग गई। मालगाड़ी के डिब्‍बे एक-दूसरे पर चढ़ गए। हादसे के कारण इस रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ है। बताया जा रहा है कि इस भीषण रेल हादसे में एक लोको पायलट की मौत हो गई, जबकि दो अन्‍य रेल कर्मचारी घायल हो गए हैं।

लोको पायलट की मौत
इस भीषण रेल हादसे में एक लोको पायलट की मौके पर ही मौत हो गई ।जबकि पांच अन्य के घायल होने की जानकारी मिली है। हादसे की जानकारी लगने के बाद डॉक्टरों का दल मौके पर पहुंचा, राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। रेल प्रबंधन के स्थानीय स्तर के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। दमकल की गाड़ियां भी मौके पर भेज दी गयी हैं। हांलाकि अभी यह पता नही चल सका है कि जब एक लाइन पर पहले से ही मालगाड़ी खड़ी थी तो दूसरी ट्रेन को उसी ट्रैक पर आने की अनुमति कैसे मिल गई? इस सवाल का जवाब छानबीन के बाद ही मिल सकेगा। सिंहपुर रेलवे स्‍टेशन बिलासपुर-कटनी रेलखंड पर पड़ता है। एक के बाद एक 3 मालगाड़ियों के दुर्घटनाग्रस्‍त होने से इस रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ है।  स्‍टेशन पर नहीं थी कोई यात्री ट्रेन
जिस समय यह रेल हादसा हुआ, उस समय सिंहपुर रेलवे स्‍टेशन पर कोई यात्री ट्रेन नहीं थी। उस वक्‍त कोई पैसेंजर ट्रेन वहां से गुजर भी नहीं रही थी, नहीं तो बड़ी संख्‍या में लोग हताहत हो सकते थे। तीन मालगाड़ियों के आपस में टकराने से घटनास्‍थल का नजारा बहुत डरावना था।कई बोगियां पटरी से उतर गई थीं। वहीं, आग भी लग गई थी।

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