नई दिल्ली। चीन लगातार LAC के पास कुछ न कुछ करता ही रहता है वो कभी अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। ऐसे में खबर है कि चीन पूरे LAC पर सोलर पावर अनमैंड सर्विलांस कैमरे स्थापित करने की फिराक में है। इसके अलावा चीन बड़ी तादाद में इंफ्रारेड और थर्मल कैमरे से LAC पर नजर रखने की भी तैयारी कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि चीन पहले पायलट प्रोजेक्ट का ट्रायल अरुणाचल प्रदेश के दूसरी ओर शुरू करेगा। हाल ही में चीन पर कई देशों की जासूसी करने का भी आरोप लगा हैं। अमेरिका से लेकर कनाडा और भारत तक में जासूसी के आरोप चीन पर लगे हैं। जिसमें अमेरिका में चीनी जासूसी गुब्बारा मार गिराए जाने की घटना भी शामिल है। इस घटना ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था।
बता दें कि चीन की तमाम हरकतों का भारत भी मजबूती के साथ मुकाबला कर रहा है और उसका जवाब भी दे रहा है। चीन की जासूसी हरकतों पर नजर रखने के लिए भारतीय सेना ने भी अपनी पूरी तैयारी कर ली है। भारतीय सेना ने भी LAC और LOC पार दुश्मन पर नजर रखने के लिए इमरजेंसी में थर्मल कैमरे खरीदे हैं। बताया जा रहा है कि रूस – यूक्रेन युद्ध के बाद सर्विलांस इक्विपमेंट खरीद को इमरजेंसी प्रक्रिया की श्रेणी में कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना ने हेलीकॉप्टर पायलट के लिए रात को देखने वाले विशेष इक्विपमेंट भी खरीदे हैं। हांलाकि, भारत के पास दिन में 20 किलोमीटर दूर तक देखने वाला थर्मल इमेजरी कैमरा है जो कि रात में 6 किलोमीटर तक आसानी से देख सकता है।
चीनी CCTV कैमरों पर प्रतिबंध लगाने की मांग
इससे पहले अरुणाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने पीएम नरेंद्र मोदी से सरकारी कार्यालयों में चीनी क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरों पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश देने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा था कि भारत में इस्तेमाल होने वाले चीनी निर्मित सीसीटीवी को ‘बीजिंग के लिए आंख और कान’ के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे लेकर उन्होंने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे की ओर भी इशारा किया था।