जम्मू। जम्मू के पुंछ के भाटादूड़ियां में आतंकियो के हमले के लिए पाकिस्तान ने ड्रोन से हथियार और विस्फोटक भेजे थे। हांलाकि अब तक इस मामले में छह स्थानीय ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इन्होंने दहशतगर्दों को अपने घर में कई माह तक पनाह दी थी। जिन स्टील बुलेट का हमले में प्रयोग किया गया, ऐसी ही गोलियों का इस्तेमाल ढांगरी के नरसंहार में भी हुआ था।
यह खुलासा डीजीपी दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए इस बात की जानकारी दी। डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार आतंकी मददगार निसार के साथ उसका पूरा परिवार पाकिस्तान से आए दहशतगर्दों की मदद कर रहा था और उन्हें तीन माह तक अपने घर में पनाह दी। इन आतंकियों को सीमा पार से पाकिस्तान ने ड्रोन के द्वारा ग्रेनेड, करंसी, हथियार और अन्य खाने-पीने का सामान भेजा था। हमले के सुराग ढूंढने के लिए 200 से अधिक संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। कुछ और लोगों की जल्द ही गिरफ्तारियां होंगी।
पुंछ के भाटादूड़ियां में जहां पर सैन्य वाहन पर हमला हुआ, पहले उस स्थान की रेकी की गई थी। डाउनहिल लोकेशन में जब सैन्य वाहन पहुंचा तो उसकी स्पीड कम हुई तो दहशतगर्दों ने पहले फायरिंग कर जवानों को घायल किया। इसके बाद आईईडी लगाकर वाहन को उड़ा दिया। हमलावरों की साजिश सेना की कॉनवाय को निशाना बनाने की थी या फिर एक वाहन पर हमले की, ये सभी बातें आगे की जांच में सामने आएंगी। आशंका है कि भाटादूड़ियां में तीन से पांच आतंकियों के ग्रुप ने इस हमले को अंजाम दिया।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि जिस तरह की स्टील या मेटल बुलेट का प्रयोग भाटादूड़ियां में सैन्य वाहन पर हमले में हुआ, वैसी बुलेट का इस्तेमाल कश्मीर घाटी में होता रहा है। राजोरी के ढांगरी में भी इसी प्रकार की बुलेट का इस्तेमाल हुआ। इस मौके पर उनके साथ एडीजीपी मुकेश सिंह, डीआईजी राजोरी-पुंछ डॉ. हसीब मुगल, एसएसपी राजोरी अमृतपाल सिंह, कमांडेंट आईआरपी रंदीप कुमार भी थे।
डीजीपी दिबाग सिंह ने बताया कि पाकिस्तान का सीधा हाथ है कि जम्मू के राजोरी-पुंछ में खून-खराबा किया जाए, क्योंकि पाकिस्तान ही आतंकियों को ड्रोन के माध्यम से हथियार, गोला बारूद, नशीले पदार्थों की खेप, नकद राशि और अन्य सामान भेजता है। राजोरी-पुंछ सीमावर्ती जिलों में ड्रोन से असलहा और नशीले पदार्थ भेजने की कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। डीजीपी ने माना कि भाटादूड़ियां में सैन्य वाहन पर हमले में प्रयोग किया गया असलहा ड्रोन से पुंछ में ही गिराया गया था और हम लोग इसका सारा डाटा जुटा रहे हैं। उन्होने बताया कि जल्द ही पकड़े गए लोगों को उन जगहों पर ले जाएंगे जहां-जहां ड्रोन से असलहा फेंका गया। उन्होंने बताया कि जो-जो लोग इसमें शामिल हैं, उनका डाटा हमारे पास है और जल्द कार्रवाई की जाएगी।