जानें किस समय वॉकिंग से वजन कंट्रोल करने में मिलेगा ज्यादा फायदा

लाइफस्‍टाइल। दुनिया में अधिकतर लोग ज्‍यादा वजन के शिकार हैं। मोटापा अपने आप में एक बीमारी है जिसके कारण हार्ट डिजीज, डायबिटीज और अन्य कई बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। वजन कम करने के लिए लोग कई तरह के नुस्खे आजमाते है। कुछ लोग जिम में पसीना बहाते हैं तो कुछ लोग भूखे रह जाते हैं। इसके बावजूद भी किसी किसी को ज्‍यादा फायदा देखने को नहीं मिलता है। लेकिन वॉकिंग और रनिंग वजन कम करने का सबसे बेहतर तरीका माना जाता है। हालांकि अक्सर इस बात को लेकर कंफ्यूजन रहता है कि किस समय वॉकिंग करने से वजन कम करने में ज्यादा फायदा होगा। एक रिसर्च के अनुसार, खाना खाने के बाद वॉकिंग का ज्यादा फायदा मिलता है। इसके साथ ही यह भी जानना है कि रोजाना कितनी देर तक और किसी स्पीड में वॉकिंग करने से पेट की चर्बी घट सकती है।

वॉकिंग करने का सही समय

हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं कि आप किसी भी समय वॉकिंग करें, उसका फायदा मिलेगा ही। वॉकिंग करने से मेंटल हेल्थ भी सही रहती है। लेकिन रिसर्च में कहा गया है कि जो लोग वजन कम करना चाहते हैं या जो लोग डायबिटीज के मरीज हैं, उनके लिए खाना खाने के बाद वॉकिंग करने का अतिरिक्त फायदा मिलता है। जिन लोगों को कोई शारीरिक समस्या नहीं है वे रोजाना वॉक कर भविष्य में किसी भी तरह की बीमारी को टाल सकते हैं। अब सवाल है कि एक दिन में कितना वजन कम हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर है कि आप एक दिन में कितनी मेहनत करते हैं। हम जितना अधिक तेज गति से वॉक करेंगे या दौड़ेंगे कैलोरी उतनी ही तेजी से बर्न होगी और हमारी चर्बी पर उतना ही असर होगा। हालांकि सिर्फ वजन घटाने को ही वॉकिंग का मुख्य मकसद नहीं मानना चाहिए क्योंकि इसके कई फायदे हैं। रोजाना वॉकिंग करने से मेटाबोलिज्म बूस्ट होता है जिसके कारण डाइजेशन सही रहता है। इससे ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है।

कितना देर वॉक करना है जरूरी

एक अध्ययन में पाया गया था कि खाने के बाद यदि 10 मिनट भी टहल लिया जाए तो टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित मरीजों में ब्लड शुगर रात भर नहीं बढ़ता है। अब सवाल है कि हमें एक दिन में कितना वॉक करना चाहिए। यह बात अलग-अलग व्यक्तियों पर अलग-अलग तरह से लागू होता है। एक हेल्दी व्यक्ति को एक सप्ताह में 150 मिनट का मॉडरेट लेकिन एयरोबिक एक्सरसाइज करने की सलाह दी गई है। इसका मतलब हुआ कि रोजाना अगर आप 21 मिनट वॉक करेंगे तो वजन के साथ-साथ हार्ट डिजीज और टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम भी कम हो जाएगा। इससे बोन हेल्थ भी मजबूत होंगे। एयरोबिक एक्सरसाइज का मतलब है तेजी से वॉक करना। इसके लिए कम से कम 6 किमी प्रति घंटे की गति होनी चाहिए। इसके अलावा स्विमिंग, साइक्लिंग भी एयरोबिक एक्सरसाइज में ही आती है। पेट की चर्बी को हटाने के लिए रोजाना 45 से एक घंटे तक एयरोबिक एक्सरसाइज की आवश्‍यकता होती है।

 

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