Napping in Day: कुछ लोग ऐसे होते हैं जिसें दिन में झपकी लेने की आदत होती है। जैसे ही मौका मिलता है दोपहर के समय एक न एक झपकी जरूर ले लेते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस झपकी से शरीर को परेशानी होती है। लेकिन एक नई अध्ययन में पता चला है कि दिन में झपकी लेना शरीर को कई फायदे दिलाता है। स्टडी के अनुसार, दिन में झपकी लेने से दिमाग का सिकुड़ना कम हो जाता है और ब्रेन हेल्थ को काफी फायदा मिलता है। दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ ही दिमाग का याददाश्त वाला हिस्सा थोड़ा-थोड़ा कर सिकुड़ने लगता है। लेकिन अगर आप दिन में झपकी लेते हैं तो यह सिकुड़ना बंद हो जाता है।
दिमाग का याददाश्त वाला वॉल्यूम बढ़ा
यह अध्ययन यूसीएल और यूनिवर्सिटी ऑफ द रिपब्लिक इन उरुग्वे के शोधकर्ताओं ने 40 से 69 साल की उम्र वाले लोगों में परीक्षण के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। स्टडी में पता चला कि जो लोग दिन में झपकी लेता था उनके दिमाग का वॉल्यूम नैप न लेने वालों की तुलना में ज्यादा बड़ा था। इसका अर्थ यह हुआ कि जो लोग दिन में नैप लेते हैं उन्हें ज्यादा उम्र में होने वाली बीमारी डिमेंशिया का खतरा बहुत कम हो जाता है। सीनियर रिसर्चर डॉ विक्टोरिया गैरीफील्ड के अनुसार, इस अध्ययन से यह साबित होता है कि दिन में नैप लेना पहेली सुलझाने जैसा है और यह हेल्थ के लिए फायदेमंद है, खासकर दिमाग की हेल्थ के लिए।
ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहतर
स्टडी के लिए ब्रिटेन के बायोबैंक से 3.78 लाख लोगों का डाटा लिया गया और इसका विश्लेषण किया गया। जिसमें पाया गया कि जो लोग नैप लेने के लिए जेनेटेकली प्रोग्राम्ड रहते हैं उनके दिमाग का वोल्यूम कहीं ज्यादा होता है। अध्ययन में पाया गया कि जो लोग झपकी लेने के आदी थे, उनके मस्तिष्क का औसत वॉल्यूम उन लोगों की तुलना में उम्र बढ़ने के 2.6 से 6.5 वर्ष के बराबर थी। हालांकि शोधकर्ताओं ने दिमाग के हिप्पोकैंपल एरिया के वॉल्यूम में अंतर नहीं पाया लेकिन पूरे दिमाग का वॉल्यूम थोड़ा सा बढ़ा हुआ था। एक तरह से दिन का नैप ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाता है। इस तरह का यह पहला अध्ययन है जिसमें झपकी और दिमाग के बीच पॉजिटीव संबंधों की परत खोली गई है।